कोरबा. गांव की खुशहाली के लिए रखी गई विशेष पूजा-अर्चना के बाद एक शख्स ने तीन साल की मासूम बच्ची की बलि देने की कोशिश की। जब बलि देने में सफल नहीं हो पाया तो उसने खुद की जान ले ली। घटना कोरबा जिले के बालको थाना क्षेत्र के रजगामार चौकी अंतर्गत आने वाले कोरकोमा गांव की है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक 45 वर्षीय होरी लाल उर्फ फग्गू ने सरपंच के घर में घुसकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रविवार को हुई पूजा के बाद से वह अजीबो-गरीब हरकत कर रहा था।
पुलिस ने बताया कि
कोरकोमा गांव के शिव नगर मोहल्ले में रहने वाला 45 वर्षीय होरी लाल उर्फ फग्गू भी पूजा अर्चना में गया हुआ था। वापस आने के बाद स होरी लाल की मानसिक स्थिति बिगड़ गई और वो कुछ अजीब हरकत कर चिल्लाने लगा। संवरा मोहल्ले में रहने वाले राकेश राठिया की तीन साल की बेटी आंगन में खेल रही थी। उसे उठा कर गांव के पास जंगल में चला गया। इसकी जानकारी जब परिजनों को हुई तो हड़कंप मच गया। ग्रामीण आक्रोशित हो गए और जंगल जा कर देखा कि होरी लाल मासूम बच्ची के गले में हसिया लेकर बलि की बात कहकर चिल्ला रहा था। सभी ने हाथ पांव जोड़ा और जैसे तैसे उसे मना कर मासूम की जान बचाई।

सरपंच की सास पर किया हमला
मृतक जंगल से आने के बाद मंलगवार को सरपंच के घर में घुस गया। वहां सरपंच की सास पर पत्थर से हमला करके खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और थोड़ी देर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस कमरा का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। पंचनामा कार्रवाई कर शव को नीचे उतारा।
