राजनांदगांव। समूह की महिलाओं के हुनरमंद हाथों को पंख मिले है सी-मार्ट से। शासन की सी-मार्ट योजना अंतर्गत महिला स्वसहायता समूह, शिल्पियों, बुनकरों द्वारा स्थाानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों को जिले में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। गुणवत्तापूर्ण विभिन्न तरह के उत्पादों की श्रृंखला सी-मार्ट में उपलब्ध है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में इस दिशा में विशेष ध्यान देते हुए कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर ने स्वसहायता समूह की महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत करने की दिशा में सभी शासकीय विभागों को कार्यालय की आवश्यक वस्तुएं सी-मार्ट से खरीदने के निर्देश दिए हैं। जिले के सी-मार्ट में अब तक 1 करोड़ 35 लाख 76 हजार रूपए के उत्पादों की बिक्री की गई है। राजनांदगांव का सी-मार्ट स्थानीय उत्पादों की बिक्री में प्रदेश में पहले स्थान पर है। यहां 203 प्रकार के उत्पाद उपलब्ध हंै।
सी-मार्ट में एक ही स्थान सी-मार्ट में समूह की महिलाओं द्वारा बनाए विभिन्न तरह के उत्पाद जनसामान्य के लिए उपलब्ध हैं। जैविक उत्पादों के अलावा विभिन्न तरह के मसालों तथा खाद्य पदार्थों की वेरायटी यहां उपलब्ध हैं। यहां पूजन सामग्री, आरूग जैविक सुगन्धित चावल, आरूग जैविक कोदो, रागी आटा, हल्दी, काला चावल, आरूग शहद, बड़ी, गरम मसाला, मूंग पापड़, आंवला अचार, पोहा, महुआ चिक्की, महुआ लड्डू, मशरूम के अचार, मशरूम के पापड़, सेनेटरी पैड, तिलक चंदन, देशी गाय के गोबर का कंडा, पत्तल, मसाला, चावल पापड़, पास्ता, धनिया पाऊडर, मिर्ची पाऊडर, साबून, फिनाईल, बैग उपलब्ध है। साथ ही पर्स, बुनकरों के हस्तनिर्मित बेडशीड, टॉवेल, रूमाल एवं अन्य उत्पाद उपलब्ध हैं। यहां समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित हल्दी, मिर्च, धनिया, मसाले, पापड़, बड़ी, अचार जैसे स्थानीय उत्पादों की बिक्री लगातार हो रही है।