कोरबा. प्रवर्तन निदेशालय ईडी की छापेमार कार्रवाई कोरबा में आज भी जारी है। कोरबा कलेक्ट्रेट में ईडी की टीम पिछले 36 घंटे से जांच करके दस्तावेजों को तलाश रही है। इस कार्य में जिला प्रशासन के ही 50 से ज्यादा डाटा ऑपरेटरों को काम पर लगाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार ईडी की टीम पूर्व कलेक्टर रानू साहू की कार्यकाल के दस्तावेजों की भी जांच कर रही है। शनिवार सुबह तक ईडी की टीम की जांच जारी है। मिली जानकारी के अनुसार माइनिंग और डीएमएफ शाखा में ईडी की जांच चल रही है।
कई सालों के रिकॉर्ड खंगाल रही ईडी
माइनिंग विभाग में बीते कई साल के रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। किस खदान से किस ट्रांसपोर्टर ने कितना कोयला उठाया? किस ट्रांसपोर्टर को कितने कोयले का डीओ जारी किया गया? रायल्टी कब-कब जमा हुई? समेत कोल ट्रांसपोर्ट से जुड़े तमाम बिंदुओं पर ईडी जांच कर रही है। गुरुवार देर शाम ईडी ने प्रशासन से डाटाएंट्री ऑपरेटर उपलब्ध कराने को कहा था। जिसके बाद सभी विभागों से डाटा एंट्री मांगे गए। जिला पंचायत, शिक्षा विभाग, जनपद पंचायत में काम करने वाले डाटा एंट्री ऑपरेटर ईडी के कार्यों में बीते 36 घंटे से मदद कर रहे हैं। ईडी के अधिकारियों ने सभी ऑपरेटरों को अलग-अलग कार्य दिया है।
कोल ट्रांसपोर्टरों से लेकर पूर्व अफसरों में मचा हड़कंप
ईडी की जांच से जितने बड़े कोल ट्रांसपोर्टर हैं उनके डीओ पर्ची के आधार पर सभी का रिकॉर्ड अब ईडी के हाथ लग चुका है। संभावना है कि जांच के दायरे में बड़े ट्रांसपोर्टर आ सकते हैं। मनी लांड्रिंग के केस के तहत पैसों का सोर्स तलाशा जा रहा है। ऐसे में कोल ट्रांसपोर्टरों के होश उड़ गए हैं। वहीं कलेक्ट्रेट व खनिज विभाग में जमे पूर्व अफसर जिनके हाल में ही अन्य जिले तबादले हो चुके हैं, उनमें भी हड़कंप मचा हुआ है।