रायपुर. छत्तीसगढ़ में ईडी की छापेमार कार्रवाई और गिरफ्तारी के बाद सियासत गरमा गई है। छत्तीसगढ़ में बढ़ते भ्रष्टाचार पर अब ट्विटर जंग शुरू हो गई है। शुक्रवार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्ताधारी कांग्रेस और भाजपा के बीच जमकर ट्विटर वार चला। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल के समय हुए प्रियदर्शनी घोटाले का वीडियो ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के पितामह के लिए दीपावली से पहले का तोहफा। इससे पहले ईडी की कार्रवाई पर पूर्व मुख्यमंत्री के बयान पर मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट किया कि भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह को लगता है कि मार्गदर्शक मंडल में हुई वाइल्ड कार्ड एंट्री से बाहर आने के लिए छत्तीसगढ़ को बदनाम करेंगे, ये नहीं चलेगा।
![](https://shreekanchanpath.com/wp-content/uploads/2024/06/ezgif.com-animated-gif-maker.gif)
देना पड़ेगा प्रमाण
सीएम भूपेश बघेल ने लिखा कि कौन किसका एटीएम है, इसका प्रमाण तो देना ही पड़ेगा। पनामा के खाते में दर्ज है जिनका नाम, वो फिर करने लगे छत्तीसगढ़ को बदनाम। वैसे नान की डायरी में नागपुर से लखनऊ तक का जिक्र है वो किस स्वाइप मशीन से हस्तांतरित हुए थे, प्रदेश की जनता जानना चाह रही है। इस पर डॉ. रमन ने ट्वीट किया कि बेल पर मुखिया अब बेलगाम हो गया, चंद पैसों के लिए भ्रष्ट अधिकारियों का गुलाम हो गया। यह लो 25 रुपए प्रति टन का साक्ष्य। आगे की कार्रवाई के लिए तैयारी कर लें, साथ ही अब माफी भी मांग लीजिए। सारे नाम सामने आएंगे, सारे भ्रष्टाचार उजागर होंगे, सच सामने आएगा, सब सामने आएगा।