रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार के आबकारी मंत्री कवासी लखमा एक बार फिर अपने बयानों से सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल, मंत्री ने बातों ही बातों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ का भगवान बता दिया। उन्होंने यहां तक कहा कि किसी समय में इनके पूर्वज आदिवासी के यहां पैदा हुए होंगे। इस बयान के राजनीति तेज हो गई है। भाजपा ने इसे आदिवासी संस्कृति और देवी-देवताओं का अपमान बताया है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह उनकी भावना है। मैं समझता हूं कि जब शुरुआत हुई होगी, तो सभी के पूर्वज कभी न कभी आदिवासी रहे होंगे। अलग-अलग देशों और क्षेत्रों से होते हुए कौन कहां से आए है, इसे कोई नहीं जानता। कितनी संस्कृति मिली है और कितने खून मिक्सअप हुए हैं, यह कौन जानता है। यदि वो ऐसा कह रहे हैं, तो अच्छी बात है।
जानिए क्या कहा मंत्री ने
इतनी बारिश होने के बाद भी बस्तर में कोई नुकसान नहीं हो रहा है। छत्तीसगढ़ में पानी गिर रहा है। 1985 में राजीव गांधी आए थे वह बोले थे कि पानी को कोई मंत्री-संतरी नहीं जानता। पानी को सिर्फ जंगल जानता है। बस्तर के आदिवासियों ने जंगल बचाया इसलिए पानी गिर रहा है।
भाजपा ने पूछा कौन से भगवान है सीएम
भाजपा प्रवक्ता कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा, अब मुख्यमंत्री के भक्त मंत्री कवासी लखमा उन्हें भगवान और आदिवासी बता रहे हैं तो भूपेश बघेल स्पष्ट करें कि वे कौन से भगवान हैं। वे यह भी बताएं कि उनके पूर्वज आदिवासी समाज को क्यों छोड़ गए? भूपेश बघेल ने अवश्य आदिवासी समाज को अपने हाल पर छोड़ दिया है।