भिलाई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान – आईआईटी भिलाई और भारतीय धातु संस्थान (आईआईएम), भिलाई चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में आईआईएम छात्र सहयोगी अध्याय का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों एवं प्राध्यापकों के लिए उद्योग और शिक्षा के मध्य प्रेरक मंच उपलब्ध कराना और सुरक्षा अभियांत्रिकी में तकनीकी दक्षता बढ़ाना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कार्यपालक निदेशक (संकार्य), भिलाई इस्पात संयंत्र एवं मानद अध्यक्ष, आईआईएम-भिलाई चैप्टर श्री राकेश कुमार रहे। अध्यक्षता निदेशक आईआईटी भिलाई श्री राजीव प्रकाश ने की। विशिष्ट अतिथियों में भिलाई इस्पात संयंत्र से मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (लौह) श्री तापस दासगुप्ता और मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) श्री बी.के. बेहरा उपस्थित रहे।
उद्घाटन के बाद “औद्योगिक सुरक्षा अभियांत्रिकी” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें भिलाई इस्पात संयंत्र के सुरक्षा अभियांत्रिकी एवं अग्नि सेवा विभाग के विशेषज्ञों ने छात्रों, प्राध्यापकों और सुरक्षा कर्मियों को संबोधित किया। तकनीकी सत्रों में कारखाना अधिनियम, पीपीई प्रबंधन, इंजीनियरिंग उद्योग में सुरक्षा और अग्नि सुरक्षा पर व्याख्यान और हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण शामिल थे। प्रतिभागियों को प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

मुख्य अतिथि राकेश कुमार ने नवगठित छात्र अध्याय को छात्रों और प्राध्यापकों के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए इसे गर्व का अवसर कहा। निदेशक आईआईटी भिलाई श्री राजीव प्रकाश ने छात्र अध्याय की शुरुआत पर प्रसन्नता व्यक्त की और आईआईएम से जुड़ने के बहुआयामी लाभों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में भिलाई इस्पात संयंत्र और आईआईएम-भिलाई चैप्टर के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कार्यकारिणी सदस्य सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। महाप्रबंधक (गुणवत्ता) श्री के.वी. शंकर, उप महाप्रबंधक (एम एंड यू) श्री उदय भानु तिवारी और अन्य अधिकारियों ने सफल आयोजन में योगदान दिया। मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (लौह) तापस दासगुप्ता ने कार्यक्रम की सफलता पर संतोष व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजनों में संयंत्र और आईआईएम-भिलाई चैप्टर का सहयोग जारी रहेगा।