लोन वर्राटू अभियान व पुलिस की अपील का माओवादियों पर व्यापक असर
दन्तेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रविवार को 35 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। छत्तीसगढ़ में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान तथा शासन की ‘‘पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में तीन इनामी भी शामिल हैं। लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 180 ईनामी माओवादी सहित कुल 796 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।
बता दें विगत कुछ माह में जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद किया जा रहा है साथ ही प्रशासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गांव गांव तक किया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप यह बदलाव माओवादी कैडर में दिखाई दे रहा है और बड़ी संख्या में माओवादी कैडर का आत्मसमर्पण देखने को मिल रहा है।
इसी कड़ी में नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके 35 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। नक्सलियों ने पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी, पुलिस उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, पुलिस उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा रेंज विकास कठेरिया, पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा गौरव राय, द्वितीय कमान अधिकारी सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा रेंज अनिल कुमार झा, द्वितीय कमान अधिकारी विवेक कुमार सिंह 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा रामकुमार बर्मन के समक्ष पुलिस कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किया।
उपरोक्त 35 आत्मसमर्पित माओवादियों में से 25 माओवादियों को डीआरजी बल दन्तेवाड़ा, 06 माओवादियों को आर.एफ.टी सीआरपीएफ एवं 04 माओवादियों को 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा के द्वारा आत्मसमर्पण कराने में विशेष योगदान रहा। जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ सभी भटके हुए माओवादियों से अपील करती है कि हिंसा की धारा छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए निकटतम थाना अथवा कैंप में सम्पर्क करें और क्षेत्र के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे। पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा द्वारा आत्मसमर्पित माओवादियों को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पुनर्वास योजना के तहत 25-25 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि एवं पुनर्वास योजना के तहत मिलने वाले सभी प्रकार के लाभ प्रदाय कराया जायेगा।