भिलाई। ठेकेदारों की धकमी ने बीएसपी प्रबंधन को बैकफुट पर ला दिया है। सोमवार को बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ ठेकेदारों के प्रदर्शन के बाद इनके वाहनों को प्रवेश की अनुमति मिल गई है। बीएसपी प्रबंधन ने ठेकेदारों के वाहनों पर को सुबह 10 से शाम 4 बजे तक प्रवेश की अनुमति दे दी है। वहीं अन्य मांगों पर पर भी सकारात्मक पहल करने का आश्वान दिया है। वेलफयर काट्रैक्टर एसोसिएशन ने इसकी पुष्टि की है।
बता दें सोमवार को सुबह ठेकेदारों ने आईआर विभाग के गेट में वाहनों को प्रवेश नहीं देने पर जमकर प्रदर्शन किया था। बीएसपी वेलफयर काट्रैक्टर एसोसिएशन के लोगों ने बीएसपी प्रबंधन दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। इस दौरान ठेकेदारों ने बीएसपी को खुली चेतावनी दे ड़ाली। ठेकेदारों का कहना था कि यदि बीएसपी प्रबंधन उनकी मांगों को पूरा नहीं करता तो 100 फीसदी काम बंद कर दिया जाएगा।
इस दौरान ठेकेदारों का कहना था कि लोकल ठेकेदारों के पास बीएसपी का अथराइज्ड गेट पास है और वाहनों के लिए एरिया पास लिया गया है इसके बाद भी वाहनों को प्रवेश से रोका जा रहा है। बीएसपी में लोकल व बाहरी ठेकेदारों के बीच भुगतान में भारी अंतर है। बाहरी ठेकेदारों को 2200 रुपए प्रति मजदूर व स्थानीय ठेकेदारों को 500 रुपए प्रति कर्मचारी भुगतान किया जाता है। भुगतान में यह अंतर समझ से परे है।





