गौतम गंभीर बाएं हाथ का वो कलात्मक बल्लेबाज जिसे पैरों का इस्तेमाल करना बेहद पसंद था, किसी भी बेहतरीन गेंद को बैकफूट पर जाकर शानदार कट के सहारे प्वाइंट और थर्ड मैन के बीच से चार रन के लिए सरपट दौड़ा देता।
अफसोस: वो बल्लेबाज जिसकी विश्व विजेता पारी श्रीसंत के कैच और धोनी के छक्के में खो गई

गेंदों को तो उसने खूब सीमा रेखा के पार दौड़ाया पर बदले में गंभीर को कभी वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वह हकदार थे। गंभीर की ऐसी ही दो विश्वस्तरीय पारियां हैं, जो किसी और की चमक में दब गईं। वो दो पारियां जो लोगों के जुबां पर नमक की तरह चढ़ीं और फिर एक चटखारे के बाद गायब हो गईं।
