दुर्ग। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण को कमजोर करने बाहर से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखी गई। इसके लिए बाहर से आने वाली हर ट्रेन के यात्रियों की स्कैनिंग की गई। इसके लिए विशेष दल बनाया गया था जो रात-दिन कार्य करता था। डिप्टी कलेक्टर श्री जागेश्वर कौशल को इस दल का प्रभारी बनाया गया था। श्री कौशल ने बताया कि दस हजार से अधिक रेल यात्रियों की जांच की गई। इनमें दुर्ग रेलवे स्टेशन में 7 हजार 4 सौ 44 यात्रियों की जांच की गई। पावरहाउस स्टेशन में लगभग 3 हजार यात्रियों की जाँच हुई। इनमें से पाँच सौ यात्री कोविड पाजिटिव पाये गए। मौके पर हेल्थ टीम ने मानिटरिंग कर इन्हें अस्पताल अथवा होम आइसोलेशन की जरूरत के मुताबिक रिफर किया।
कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने समय-समय पर स्टेशन में व्यवस्था की मानिटरिंग भी की। उन्होंने यहाँ गंभीर मरीजों को और कम आक्सजीन लेवल वाले मरीजों को सीधे अस्पताल भेजने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी कराई। दिन और रात दोनों ही टाइम स्कैनिंग होने से ट्रेन के माध्यम से कोरोना प्रसार की आशंका रूकी। कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि कोरोना के संबंध में लगातार सजग रहें। जब तक यह जड़ से समाप्त न हो जाए, प्रशासन को पूरी तरह अलर्ट रहना है। कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि लक्षण दिखते ही नजदीकी फीवर सेंटर में पहुँचकर कोरोना की जाँच करानी है। यदि कोरोना संक्रमण के शिकार होते हैं तो चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए सबसे अच्छी व्यवस्था की सुनिश्चित की गई है।
कोरोना की दूसरी लहर में अब तक दस हजार से अधिक रेल यात्रियों की हुई जांच…. दुर्ग में अब तक साढ़े सात हजार एवं पावरहाउस में तीन हजार यात्रियों की हुई जांच
