दुर्ग। जब हमारे विद्यालय का चयन प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (PM SHRI) योजना के अंतर्गत हुआ। जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की दूरदर्शी पहल है। तब यह हमारे लिए विकास, नवाचार और सर्वांगीण परिवर्तन के एक नए युग की शुरुआत थी। यह कहानी दुर्ग जिले में स्थित नगपुरा स्कूल की है मोदी जी के इस प्रेरक विज़न ने हमें ऐसा वातावरण बनाने के लिए प्रेरित किया जहाँ अनुभवात्मक अधिगम, सतत विकास और उत्कृष्टता को समान महत्व दिया जाता है।
विद्यालय के प्राचार्य बसंत कुमार यादव ने बताया कि आधुनिक स्मार्ट क्लासरूम, सुसज्जित विज्ञान एवं कंप्यूटर प्रयोगशालाएँ और रचनात्मक शिक्षण कोने (Learning Corners) ने शिक्षण को अधिक रोचक और विद्यार्थी-केंद्रित बना दिया है। विद्यालय परिसर अब पूर्णतः पर्यावरण-मित्र (Eco&Friendly) बन चुका है। कचरा पृथक्करण, वर्षा जल संचयन, सौर ऊर्जा संयंत्र और वृक्षारोपण जैसे कार्यों से हरियाली और स्वच्छता को बढ़ावा मिला है। हरित पहल (Harit Pahal) के अंतर्गत विद्यार्थी सक्रिय रूप से वृक्षारोपण, कचरा प्रबंधन, एवं स्वच्छता अभियानों में भाग लेते हैं, जिससे पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित हो रही है।
शिक्षण एवं अधिगम में नवाचार
विद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के अनुरूप गतिविधि-आधारित, जिज्ञासा-आधारित एवं अनुभवात्मक शिक्षण पद्धतियाँ अपनाई हैं । यह वही दिशा है जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नये भारत की शिक्षा के रूप में देखा है। शिक्षकों ने PM SHRI प्रशिक्षण एवं Exposure Visits के माध्यम से नवीन शिक्षण तकनीकें सीखी हैं। डिजिटल उपकरणों, कला-समेकित शिक्षण और परियोजना-आधारित अधिगम ने विद्यार्थियों की सृजनशीलता और समस्या समाधान क्षमता को बढ़ाया है। विद्यालय में शिक्षण पद्धति में सकारात्मक बदलाव आया है, जिससे कक्षा-कक्ष अधिक आनंदमय और सहभागितापूर्ण बने हैं।

समावेशी एवं समग्र शिक्षा
खेल, योग, कला, संगीत और जीवन-कौशल कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास किया जा रहा है। शैक्षणिक भ्रमण (Exposure Visits) एवं शैक्षिक यात्राएँ विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन से जोड़ती हैं और आत्मविश्वास बढ़ाती हैं। समुदाय एवं अभिभावक सहभागिता विद्यालय और समुदाय के बीच अब एक सशक्त संबंध स्थापित हुआ है। शाला विकास समिति SMC और स्थानीय ग्रामीण अब विद्यालय की योजनाओं एवं गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। अभिभावक-शिक्षक बैठकें, जागरूकता रैलियाँ और स्वच्छता अभियान ने विद्यालय को एक सामुदायिक विकास केंद्र बना दिया है। इस सहभागिता से नामांकन में वृद्धि, उपस्थिति में सुधार और अभिभावकों का विद्यालय के प्रति विश्वास बढ़ा है।
शत-प्रतिशत डिजिटल क्लासरूम की स्थापना
कक्षा 10वीं में शत-प्रतिशत परिणाम (सत्र 2024-25) नामांकन में वृद्धि वर्ष 2024 में 986 से बढ़कर 2025 में 1028 विद्यार्थी। विद्यार्थियों ने जिला स्तर (दुर्ग) पर प्रथम स्थान और राज्य स्तर पर छठवाँ स्थान प्राप्त किया। विद्यालय को “मॉडल पर्यावरण-मित्र एवं नवाचारी परिसर” के रूप में सम्मान प्राप्त हुआ। पुरस्कार एवं विशिष्ट उपलब्धियाँ हमारे विद्यार्थियों ने विभिन्न क्षेत्रों में विद्यालय का गौरव बढ़ाया जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं (एथलेटिक्स, वॉलीबॉल, कबड्डी आदि) में उत्कृष्ट प्रदर्शन। सह-शैक्षणिक प्रतियोगिताओं जैसे चित्रकला, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी आदि में प्रथम स्थान। विद्यार्थियों का चयन वीर गाथा (Veer Gatha) पहल में, जहाँ उन्होंने अपने देशप्रेम और सृजनशीलता का परिचय दिया। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में कला, संस्कृति एवं नवाचार परियोजनाओं में सम्मान प्राप्त। शिक्षकों को नवाचारी शिक्षण पद्धति एवं शैक्षणिक नेतृत्व के लिए जिला एवं राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया।
भविष्य की योजनाएं
आगामी वर्षों में हमारा PM SHRI विद्यालय निम्नलिखित लक्ष्यों की ओर अग्रसर रहेगा STEM एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित प्रयोगशालाओं की स्थापना, ताकि विद्यार्थी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के Digital India विज़न से जुड़ सकें। विद्यार्थियों के लिए कौशल विकास केंद्र (Skill Hub) की स्थापना, जिससे जीवन-कौशल और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा मिले। की स्थापना जिससे जीवन-कौशल और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा मिले। शून्य अपशिष्ट (Zero Waste) एवं जैविक जैसी पर्यावरणीय पहलों का विस्तार देना। अन्य PM SHRI एवं अंतरराष्ट्रीय विद्यालयों के साथ वर्चुअल सहयोग द्वारा वैश्विक exposure कार्यक्रम प्रारंभ करना। सभी विद्यार्थियों के लिए 100 समावेशन, 100 प्रतिशत परिणाम और 100 प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित करना।




