जयपुर (एजेंसी)। कांग्रेस द्वारा सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाने के बाद पार्टी ने उन्हें अयोग्य घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विधानसभा अध्यक्ष ने बुधवार को कांग्रेस की शिकायत के आधार पर पायलट समेत 19 विधायकों को नोटिस भेजा है। उन्हें शुक्रवार तक अपना जवाब दाखिल करना है। नोटिस के द्वारा पायलट और अन्य बागी विधायकों से पूछा गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों और कांग्रेस विधायकों की दो बैठकों में शामिल नहीं होने पर उन्हें अयोग्य क्यों नहीं ठहराया जाना चाहिए? इस बात को वे स्पष्ट करें।
राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने के लिए सचिन पायलट और पार्टी के 18 अन्य सदस्यों को नोटिस जारी किया गया। यदि वे 2 दिनों के भीतर जवाब नहीं देते हैं, तो यह माना जाएगा कि वे सीएलपी से अपनी सदस्यता वापस ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि पायलट सहित 19 विधायकों की सदस्यता खत्म करने के लिए यह नोटिस भेजा गया है।

अभी मैं कांग्रेस में हूं, भाजपा नहीं जाऊंगा: पायलट
इधर सचिन पायलट ने कहा कि उन पर आरोप लग रहे हैं कि वे भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा से मिलकर सरकार गिराने की बात करना गलत है। उन्होंने कहा कि मैं अपनी ही पार्टी के खिलाफ ऐसा काम क्यों करूंगा। पायलट ने कहा कि मैं अभी भी पार्टी में हूं। आगे के कदम के लिए अपने समर्थकों के साथ बातचीत करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं अभी भी कांग्रेस में हूं, भाजपा में नहीं जा रहा हूं। पायलट ने कहा कि राजस्थान की जनता के लिए काम करना जारी रखूंगा। सचिन पायलट ने आरोप लगाया कि मुझे राजस्थान में काम करने नहीं दिया गया। मेरे पास किसी भी परियोजना से जुड़ी फाइलें नहीं आती थीं। उन्होंने कहा कि मैंने देशद्रोह कानून हटाने की मांग की, लेकिन उसे मेरे ही खिलाफ प्रयोग किया गया।
