नई दिल्ली (एजेंसी)। देश में कोरोना की रफ्तार रिकार्ड स्तर पर बढ़ रहा है। लगातार 28 हजार से अधिक मामलों से थर्राए भारत में पिछले 24 घंटों का आंकड़ा डरावना रहा। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 29429 नए मामले दर्ज किए गए जो कि अब तक सर्वाधिक आंकड़ा है। इसके साथ की देश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 9 लाख 36 हजार को पार कर गया है। वहीं राहत यह है कि इस दौरान कोरोना की जीतने वालों का आंकड़ा बढ़ गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 63.20 फीसदी हो गई है। अब रिकवरी और मृत्यु का अनुपात 96.05: 3.95 फीसदी है।
इधर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पिछले 24 घंटों के आंकड़े जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 29,429 नए मामले सामने आए हैं और 582 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 9,36,181 हो गई है। जिनमें से 3,19,840 सक्रिय मामले हैं, 5,92,032 लोग ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब तक 24,309 लोगों की मौत हो चुकी है।

अब कोरोना का हो रहा लॉकडाउन, राहत देने वाली है रिकवरी रेट
भारत में कोरोना वायरस पर कंट्रोल बेहतर हो रहा है। जैसे-जैसे डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है, रिकवरी रेट भी तेजी से ऊपर जा रहा है। केंद्र सरकार ने कहा कि कोरोना इन्फेक्शन कुछ राज्यों तक सीमित रह गया है। यानी कंटेनमेंट के लिए जो कदम उठाए गए हैं, उनका असर दिख रहा है। मंगलवार तक के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 3,11,565 ऐक्टिव मरीज थे जबकि 5,71,459 को डिस्?चार्ज किया जा चुका था। यानी रिकवर होने वाले पेशंट्स की संख्या ऐक्टिव केसेज के 1.8 गुना से भी ज्यादा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 3 मई को जहां देश का रिकवरी रेट 26.59 प्रतिशत था, वही अब यह 63.20 फीसदी हो गया है।

अब 3.24 फीसदी की स्पीड से बढ़ रहे नए केस
मंत्रालय में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी, राजेश भूषण के मुताबिक मार्च में डेली ग्रोथ रेट करीब 31 प्रतिशत था जो मई में घटकर 9 प्रतिशत और मई के आखिर तक करीब 5 प्रतिशत हो गया। 12 जुलाई के आंकड़े देखें तो यह 3.24 प्रतिशत हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि इन्फेक्शन फैलना जारी रहने बावजूद, डेली ग्रोथ रेट में कमी आना कोविड के खिलाफ प्रभावी क्लिनिकल मैंनेजमेंट स्ट्रैटजी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि कम ऐक्टिव केस होने का यह भी मतलब है कि ट्रांसमिशन कम स्पीड से हो रहा है।