भिलाई। डिजिटल अरेस्ट के मामले में भिलाई नगर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सेक्टर-7 की रहने वाली महिला को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसने और इस मामले में गिरफ्तारी का डर दिखाकर कर डिजिटली अरेस्ट किया। इसके बाद महिला से 12 लाख 50 हजार रुपए वसूल लिए। इस मामले में शिकायत के बाद भिलाई नगर पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू की। चार सप्ताह की मेहनत के बाद पुलिस ने इस मामले में यूपी फतेहपुर से दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले में 8 जुलाई को सेक्टर -7 निवासी शोभा झा रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि 1 जुलाई को अज्ञात नंबर से काल आया और अपने आप को सीबीआई और काईम ब्रांच कोलावा का अधिकारी बताकर प्रार्थिया को धमकी दी गई। मनी लॉन्ड्रिंग व पैसों की ठगी जैसे अपराध का डर दिखाकर 5 दिन महिला को सेक्टर 07 स्थित आवास पर ही डिजिटल अरेस्ट कर रखा गया। जेल भेजने की धमकी दी गयी जिससे डर कर महिला ने अपनी जमा पूंजी एवं अपने गहनों को मुथूट फायनेंस में गिरवी रख व पेंशन खाते में रकम जमा कर आपरोपियों द्वारा बताये गये बैंक खातों में आरटीजीएस कर दिया। महिला ने 12 लाख 50 रुपए ट्रांसफर किए। घटना की सूचना प्राप्त होने पर मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष टीम गठित कर मामले की जाँच सायबर टीम को सौपी गई।

सायबर टीम द्वारा आवेदिका से घटना के संबंध में पूछताछ कर घटना में उपयोग किए गए मोबाइल नंबर, बैंक खातों की जानकारी लेकर तकनिकी विश्लेषण किया गया। तकनिकी जांच में फतेहपुर उत्तर प्रदेश में फर्जी सिम की बिक्री के बाद उसका उपयोग संदिग्ध गतिविधियों में होना पाया गया। जांच के बाद सिम कलेक्ट कर फैजल को उपलब्ध कराना पाया गया। फैजल द्वारा फतेहपुर स्थित किराये के मकान में “कॉल कन्वर्टर मशीन” एवं आधुनिक सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक समय में लगभग 90 से 100 सिम का उपयोग कर उक्त कॉल को बेचने व फॉरवर्ड करने का कार्य किया जाता था।

संबंधित सॉफ्टवेयर आरोपी की पहचान को छिपाने के उपयोग में आता है, जिसमें तकनिकी विवेचना जटिल हो जाती है। तकनिकी टीम द्वारा विश्लेषण उपरांत आरोपियों को चिन्हांकित कर घेराबंदी कर पकड़ा गया। मामले में शहबाज़ उर्फ मोह. फैजल अहमद पत्ता मवाना मेरठ यूपी तथा अनस खान पता सिविल लाईन फतेहपुर यूपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जे से 3 कॉल कन्वर्टर मशीन, 1 लैपटॉप, 105 सिम, 5 मोबाइल जब्त किया गया। अग्रिम कार्यवाही थाना भिलाई नगर से की जा रही है। उक्त कार्यवाही में थाना नेवई से उप निरीक्षक सुरेन्द्र तारम, एसीसीयू से प्रधान आरक्षक मेघराज चेलक, आरक्षक जावेद हुसैन, जुगनू सिंह एवं थाना भिलाई नगर से पोषण चंद्राकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।