घर, नौकरी और सुरक्षा जैसे लाभों के चलते नक्सली अब चुन रहे आत्मसमर्पण की राह
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का पूरी तरह से सफाया करने का अभियान चरम पर है। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह बार बार इस बात को दोहरा रहे हैं कि 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का आतंक पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। केन्द्रीय गृहमंत्री की बात को सुरक्षाबल सही भी साबित कर रहे हैं। लगातार एनकाउंटर में नक्सली मारे जा रहे हैं जिससे वे बैकफुट पर हैं। वहीं बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर कर रहे है। ताजा मामले में नारायणपुर जिले में पांच सक्रिय नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरेंडर नक्सलियों में चार महिलाएं व एक पुरुष नक्सली शामिल है।

मिली जानकारी के अनुसार जिले में सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है। नारायणपुर एसपी एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि कुतुल और इंद्रावती एरिया कमेटी के अंतर्गत सक्रिय रहे पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने की शपथ ली। सरेंडर करने वालों में जोनल डॉक्टर व डिप्टी कमांडर सहित एलओएस और जनमिलिशिया सदस्य शामिल हैं। इन सभी पर 1 से 2 लाख तक के इनाम घोषित थे। सरेंडर करने वालों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 50,000 की प्रोत्साहन राशि और अन्य लाभ प्रदान किए गए हैं।

इस साल अब तक 97 नक्सलियों ने किया सरेंडर
2025 में अब तक 97 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। घर, नौकरी और सुरक्षा जैसे लाभों के चलते नक्सली अब आत्मसमर्पण की राह चुन रहे हैं। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय की सरकार ने सरेंडर करने वाले नक्सलियों के लिए जो पॉलिसी बनाई है उसका भी लाभ मिल रहा है। नक्सली अब हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्य धारा से जुड़कर अपने व अपने परिवार का भविष्य बेहतर बनाना चाह रहे हैं। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी आत्मसमर्पित नक्सलियों का स्वागत किया है।

बीजापुर में तीन नक्सली गिरफ्तार
बीजापुर के थाना जांगला से थाना बल डीआरजी एवं बस्तर फाइटर की संयुक्त टीम माटवाड़ा, कुपमेटा की ओर एरिया डोमिनेशन पर निकली थी। अभियान के दौरान कुपमेटा के जंगल से विस्फोटक के साथ 03 सक्रिय माओवादियों को पकड़ा गया। बीजापुर में जिन नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें जितेन्द्र कश्यप, छोटू कश्यप, पाण्डू सोढ़ी और लच्छू ताम्बू शामिल है। नक्सलियों के पास से टिफिन बम और अन्य चीजें मिली है. जिसमें कार्डेक्स वायर, बिजली का तार, बैटरी और खुदाई का औजार शामिल है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा चलाए जा रहे ‘माड़ बचाव अभियान के तहत लगातार कार्रवाई जारी है।
नक्सलियों ने तीसरी बार की शांतिवार्ता की अपील
सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से परेशान नक्सलियों ने तीसरी बार शांतिवार्ता की पेशकस की है। नक्सलियों ने सरकार के नाम एक पत्र जारी कर कहा कि शांतिवार्ता के लिए बेहतर माहौल चाहते हैं नक्सलियों के उत्तर पश्चिम सब ज़ोनल ब्यूरो के प्रभारी रूपेश के नाम से जारी पत्र में शांति वार्ता को लेकर कहा, “मेरे पहले बयान पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा का धन्यवाद। मेरी सुरक्षा गारंटी देते हुए मेरे इस कोशिश को आगे बढ़ाने की अनुमति देने के लिए भी धन्यवाद। उन्होंने आगे उसने लिखा है कि वार्ता के लिए हमारी तरफ़ से प्रतिनिधित्व के लिए नेतृत्वकारी कामरेडों से मिलना ज़रूरी है। इसलिए सरकार से मेरी अपील है कि एक महीने तक सशस्त्र बलों के ऑपरेशन पर रोक लगाई जाए।