जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पैरावट में आग लगाने को लेकर विवाद के बाद युवक की टांगी से वार कर हत्या कर दी गई। युवक की लाश मिलने पर परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के विरुद्ध हत्या के लिए बी एन एस की धारा 103(3) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उसे जेल भेजा गया। मामला चौकी मनोरा क्षेत्रांतर्गत ग्राम कुल्हुडीपा का है।

मिली जानकारी के अनुसार 23 अप्रैल को तेरेसा तिग्गा (55) निवासी कुल्हुडीपा ने चौकी मनोरा पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसका पुत्र मृतक अश्विन तिग्गा 22 अप्रैल की शाम 7 के करीबन अपने साथियों के साथ निकला था, जो कि रात्रि में घर वापस नहीं लौटा। अगले दिन सुबह से ही प्रार्थिया के द्वारा अपने पुत्र की पता साजी की जा रही थी कि इस दौरान उसे पता चला कि उसके पुत्र अश्विन तिग्गा का गांव के ही सुरेश कुजूर के साथ किसी बात को लेकर वाद विवाद हुआ था। इसके बाद सुरेश कुजूर ने उसके पुत्र की हत्या कर दी है।

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए चौकी मनोरा पुलिस के द्वारा घटना के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराते हुए बीएनएस की धारा 103(3) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया। घटना स्थल का निरीक्षण कर शव का पंचनामा कराया गया, प्रथम दृष्टिया मामला हत्या का प्रतीत होने पर डॉक्टर से पोस्ट मार्टम कराया गया। डॉक्टर की रिपोर्ट में मृत्यु हत्यात्मक बताने पर पुलिस के द्वारा उक्त संबंधित धारा में अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया।

विवेचना दौरान पुलिस के द्वारा संदेही आरोपी सुरेश कुजूर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में सुरेश कुजूर के द्वारा अपराध स्वीकार करते हुए बताया गया कि घटना दिनांक को अश्विन तिग्गा अपने साथियों के साथ एक पारिवारिक बात को लेकर उसके घर वाद विवाद कर रहा था। इस दौरान आरोपी सुरेश कुजूर ने अश्विन एक्का को समझा बुझा कर घर वापस जाने कहा। कुछ समय पश्चात सुरेश कुजूर का छोटा भाईआकर उसे बताया कि उसके खलिहान की पैरावट में किसी ने आग लगा दिया है। सुरेश कुजूर घर में रखी टांगी (कुल्हाड़ी) को लेकर खलिहान तरफ गया। मौके पर अश्विन तिग्गा के मिलने पर उससे पैरावट में लगी आग को लेकर वाद विवाद होने लगा। सुरेश कुजूर ने गुस्से में आकर अश्विन तिग्गा पर अपने पास रखी टांगी से दो बार हमला कर दिया। पैर कटने और अत्यधिक रक्तश्राव के कारण अश्विन तिग्गा की मौत हो गई। पुलिस के द्वारा हत्या में प्रयुक्त टांगी ( कुल्हाड़ी) को भी आरोपी के कब्जे से जप्त कर लिया गया है।
मामले में आरोपी सुरेश कुजूर के द्वारा अपराध स्वीकार करने व अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। मामले की विवेचना एवं आरोपी की गिरफ्तारी में चौकी प्रभारी मनोरा उप निरीक्षक दिनेश कुमार पुरैना, सहायक उप निरीक्षक बीके भगत, प्रधान आरक्षक प्रीतम टोप्पो, एडवर्ड जेम्स तिर्की, आरक्षक रविन्द्र पैंकरा, भीखाराम भगत की सराहनीय भूमिका रही है।