-दीपक रंजन दास
विज्ञान की दुनिया कब क्या कर जाए, इसका कुछ पता नहीं लगता. कुछ नया करने के जोश में एक से बढ़कर एक खतरनाक उपकरण बनाया और उपलब्ध कराया जा रहा है। इन्हीं में से एक है वॉयस-एआई। इसे मुफ्त में डाउलोड और यूज किया जा सकता है। इसकी मदद से किसी की आवाज की हूबहू नकल तैयार की जा सकती है। बस आपको इतना करना है कि जिसकी आवाज की नकल उतारनी है, उसकी एक 20-30 मिनट की रिकार्डिंग करनी है। सैम्पल जितना बड़ा होगा, नकली आवाज उतनी ही असली होगी। इस रिकार्डिंग का उपयोग कर हंसी ठिठोली तो की ही जा सकती है, अपराध भी किये जा सकते हैं। किसी की अच्छी भली जिन्दगी में जहर घोली जा सकती है तो किसी को बुरी तरह फंसाया भी जा सकता है। अब यही वॉयस-एआई टूल अपराधियों का खिलौना बन गया है। पाकिस्तान में बैठे-बैठे अपराधियों ने छत्तीसगढ़ के एक व्यक्ति को फोन लगाया। कहा कि उसके बेटे का अपहरण कर लिया गया है और फिरौती के लिए एक लाख रुपए तुरन्त खाते में डालने की मांग भी कर दी। पिता को इस तरह की ठगी की थोड़ी बहुत जानकारी थी पर जब उन्होंने फोन पर बेटे की आवाज सुनी तो हड़बड़ाकर जितने पैसे उनके खाते में थे, फोन करने वाले के खाते में ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद जब उन्होंने पत्नी और बच्चे के स्कूल से जानकारी ली तो पता चला कि बेटा सुरक्षित है। आज तकनीक से न केवल आवाज की हूबहू नकल की जा सकती है बल्कि आपके ही फोन नंबर से आपके घर कॉल लगाया जा सकता है। वह भी तब जबकि आपका फोन लगातार आपके हाथ में रहा हो। अपराधियों की ऐसी बेजा हरकतें आपके सार्वजनिक से लेकर निजी जीवन तक में जहर घोल सकती है। वॉयस-क्लोन की मदद से नेताओं के बेजा बयान तैयार किये जा सकते हैं और उनका सोशल मीडिया पर भरपूर उपयोग किया जा सकता है। उनका पूरा राजनीतिक करियर चौपट किया जा सकता है। अच्छी खासी गृहस्थी में दरार डाली जा सकती है। दोस्तों के बीच झगड़े करवाए जा सकते हैं। तो क्या इंसान अब अपने ही बनाए खिलौनों का शिकार हो गया है? वैसे इसके भी उदाहरण पुराणों में मिल जाएंगे। पौराणिक कथाओं के अनुसार एकाधिकबार शिवजी ने असुरों को ऐसे वरदान दिये जो स्वयं देवों के लिए अभिशाप बन गए। इन्हीं में से एक था भस्मासुर। भस्मासुर जिसके सिर पर हाथ धर देता, वही भस्म हो जाता। इस ताकत के बल पर वह ऋषि-मुनियों और देवताओं के पीछे पड़ गया। देवी पार्वती को प्राप्त करने के लिए वह शिवजी को ही भस्म करने दौड़ा। श्रीविष्णु ने पार्वती का रूप धारण कर भस्मासुर के साथ नृत्य करना शुरू कर दिया। जब पार्वती ने नृत्य की एक मुद्रा में अपने सिर पर हाथ रखा तो भस्मासुर ने भी ऐसा ही किया और स्वयं भस्म हो गया। एआई को कौन भस्म करेगा?