जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में रेप व हत्या का सन सनीखेज मामला सामने आया है। पत्नी के साथ जा रहे पति शौच के लिए गया और इधर दो बदमाशों ने पत्नी को अकेले पाकर रेप करना शुरू कर दिया। वापस लौटने के बाद जब पत्नी नहीं दिखी तो ढ़ूंढता हुआ पहुंचा तो एक बदमाश उसकी पत्नी से दुष्कर्म कर रहा था। यह देख पति ने आक्रोश में आकर ड़डे से पीट-पीटकर बदमाश की जान ले ली। वहीं एक बदमाश फरार हो गया है। इस मामले में शिकायत के बाद पुलिस ने हत्या के आरोप में पति को और रेप के आरोपी फरार बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को अलग अलग न्यायालय में पेश कर रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
इस पूरे मामले का शनिवार को जशपुर एसपी शशिमोहन सिंह ने किया। एसपी शशि मोहन ने बताया कि 28 वर्षीय पीडिता ने थाना जशपुर पहुंचकर शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि उनका पति मुकेश एक्का (38) 15 फरवरी को कुछ काम से पास के गांव गया था। काफी देर बाद वापस नहीं आने पर प्रार्थिया अपने पति को ढूंढते हुये उक्त गांव में गई। गांव में पति से मिलकर दोनों साथ में वापस घर की ओर लौट रहे थे। इस दौरान रास्ते में उसके पति मुकेश एक्का ने कहा कि मैं फ्रेश होने तालाब (डबरी) की ओर जा रहा हूं, तुम घर की ओर जाती रहो।
इसके बाद प्रार्थिया घर की ओर जाने लगी। इस दौरान गांव के एक बरगद पेड़ के पास उसे दिलीप बड़ा एवं रामलाल राम उससे मिले। अकेली देख महिला को पकड़कर जबरदस्ती खींचते हुये पेड़ के पास मैदान में ले गए। इसके बाद पहले दिलीप बड़ा ने महिला से दुष्कर्म किया। इसके बाद रामलाल राम दुष्कर्म करने लगा। तभी वहां प्रार्थिया का पति मुकेश एक्का पहुंच गया। पत्नी से दुष्कर्म होता वह देख न सका और रामलाल को लकड़ी के फारा व लात घूंसे से पीटने लगा। यह देख पहले दुष्कर्म करने वाला दिलीप बड़ा वहां से फरार हो गया। इधर पिटाई से रामलाल की मौत हो गई।
एक को रेप व दूसरे को हत्या के मामले में पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। दुष्कर्म पीडिता ने थाने पहुंचकर सारी बात बताई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रामलाल के शव को पीएम के लिए भेजा। इसके बाद महिला की शिकायत पर पुलिस ने दिलीप बड़ा के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया। वहीं दुष्कर्म के दूसरे आरोपी रामलाल की हत्या के आरोप में पीडिता के पति मुकेश एक्का को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इस पूरी कार्रवाई में निरीक्षक रविशंकर तिवारी, एएसआई बैजंती किण्डो, नसरुद्दीन अंसारी, मनोज सिंह, ईश्वर प्रसाद वारले, प्रधान आरक्षक ढलेश्वर यादव, आरक्षक हेमंत कुजूर, शोभनाथ सिंह, विनोद तिर्की, नगर सैनिक थानेश्वर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।