दंतेवाड़ा। जिले के किरंदुल-विशाखापट्टनम रेलवे ट्रैक पर सोमवार रात को पत्थर फेंकने से 12 घंटे से भी ज्यादा देर तक ट्रेनों के पहिए थमे रहे। ट्रैक पर पत्थर फेंकने की यह करतूत नक्सलियों की मानकर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई। रातभर इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन बंद रहा। मंगलवार की सुबह रेलवे की मेंटनेंस टीम ने ट्रैक से पत्थर हटवाए और उसके बाद इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो पाई।
मिली जानकारी के अनुसार दंतेवाड़ा से बचेली रेलवे स्टेशन के बीच सोमवार देर शाम ट्रैक पर पत्थर फेंक दिए गए। यहां पर भारी संख्या में गिट्टी और पत्थर होने की सूचना के बाद रेलवे अफसरों में हड़कंप मच गया। इस दौरान किरंदुल से लौह अयस्क लेकर मालगाड़ी दंतेवाड़ा की ओर जा रही थी। जानकारी मिलने के बाद ट्रेन को भांसी स्टेशन वापस लेजाकर खड़ा कर दिया गया। इस दौरान 10 से 12 घंटे तक किरंदुल-विशाखापट्टनम रेलवे मार्ग बंद रहा। मंगलवार की सुबह कर्मचारियों ने ट्रैक से पत्थर हटाए और ट्रेनों की आवाजाही दोबारा शुरू करवाई गई।
नक्सली घटना की आशंका
घटना की जानकारी रेलवे अफसरों ने पुलिस को दी है। आशंका है कि यह घटना नक्सलियों द्वारा अंजाम दी गई है। बताया जा रहा है कि जिस जगह रेलवे ट्रैक पर पत्थर डाले गए वह पूरा क्षेत्र धुर नक्सली इलाका है। यहां पर पहले भी नक्सलियों ने कई बाद ट्रैक को नुकसान पहुंचाया है और ट्रेनों को निशाना बनाया है। यहां नक्सलियों ने मालगाड़ी से लेकर पैसेंजर ट्रेनों को डिरेल किया है। यहीं वजह रही कि ट्रैक पर पत्थर पड़े होने की सूचना के बाद रेलवे ने ट्रेनों की आवाजाही रोक दी थी।