श्रीकंचनपथ, डेस्क। त्योहारी सीजन में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने उपभोक्ताओं को एक और झटका दिया है। शुक्रवार को RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी बढ़ोतरी की घोषणा की है। इसके साथ ही आम आदमी की जेब पर असर होने वाला है। खासकर लोन की इएमआई बढ़ जाएगी। महंगाई पर काबू पाने के लिए आरबीआई द्वारा लगातार रेपो रेट में बढ़ोत्तरी कर रहा है। इससे पहले पांच अगस्त को भी RBI ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी का इजाफा किया था।
बता दें देश में बढ़ती महंगाई को कंट्रोल करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक शुरू हुई थी जो शुक्रवार को खत्म हो गई। रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास ने बैठक खत्म होने के बाद लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा की है। इस तरह रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़ोत्तरी के साथ ही मई के बाद से रेपो रेट अब तक चार बार बढ़ोत्तरी की जा चुकी है जिससे रेपो रेट अब 5.90 फीसदी पर पहुंच गया है।
आरबीआई को है जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ग्रोथ के अनुमान को भी 7.2 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी कर दिया है। शक्तिकांत दास ने बताया कि वर्तमान में महंगाई 7 फीसदी के आसपास है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि साल की दूसरी छमाही में यह 6 फीसदी पर बनी रहेगी। इधर रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद लोन की इएमआई बढ़ जाएगी। बैंकों की बोरोइंग कॉस्ट बढ़ने के बाद वे इसका बोझ अपने ग्राहकों पर डाल देंगे। इसके कारण होम लोन, ऑटो लोन व तरह के बैंकिंग लोन महंगे होंगे।
