भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने कोविड मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए अनेक सकारात्मक निर्णय लिए है। जिसके चलते ऑक्सीजन बेडस् की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ आईसीयू बेडस् में वृद्धि की है। इसके अतिरिक्त बीएसपी प्रबंधन ने मरीजों को बेहतर मेडिकल सुविधा देने हेतु वेंटीलेटर्स, सी-पैप मशीन, बाई-पैप मशीन, हाई डिपेंडेंसी यूनिट से लेकर ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटेड की समुचित व्यवस्था को अंजाम दिया है। संयंत्र के निदेह्यशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता के नेतृत्व व निर्देशन में मरीजों के जीवनरक्षा हेतु विविध सुविधाओं को बढ़ाने की मुहिम जारी है। अस्पताल प्रबंधन की जरूरतों को देखते हुए उन्हें समग्र सपोर्ट प्रदान किया जा रहा है। संयंत्र के उच्च प्रबंधन के इसी पहल के तहत बीएसपी के जेएलएन अस्पताल में पाइप्ड ऑक्सीजन बेडस् बढ़ाने की निरन्तर कवायद जारी है। जिससे कोविड मरीजों को बेहतर प्रेषर के साथ ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध की जा सके। जिससे गंभीर मरीजों के जीवन को बचाया जा सके।
महाप्रबंधक शाहिद अहमद ने बताया कि अस्पताल में कोरोना से पूर्व 100 बिस्तरों पर पाइप्ड ऑक्सीजन की व्यवस्था थी। इसके बाद कोरोना के संक्रमणकाल में पाइप्ड ऑक्सीजन की संख्या बढ़ाकर 317 कर दिया गया है। जिसमें 2 आइसोलेशन वार्ड, एच-0 गायनेकोलाजी वार्ड, एच-0 पुरूष चेस्ट वार्ड, ए-3 वार्ड में पाइप लाइन बिछाकर सीधे मरीजों के बिस्तर तक ऑक्सीजन देने के व्यवस्था की गई। बीएसपी प्रबंधन के इस संवेदनशील निर्णय को अमलीजामा पहनाने के लिए ईडी (एम एंड एचएस) डॉ एस के इस्सर, सीएमओ द्वय डॉ प्रमोद बिनायके व डॉ रविन्द्रनाथ के मार्गदर्शन तथा अस्पताल के मेंटेनेंस ग्रुप के महाप्रबंधक द्वय श्री एस एम् शाहिद अहमद तथा श्री बलबीर सिंह के देखरेख में अस्पताल के विभिन्न वार्डस् में गैस पाइप लाइन बिछाने का कार्य तेजी से अग्रसर है। इस कार्य में मेंटनेंस ग्रुप के वरिष्ठ प्रबंधक श्री वी के नगपुरे तथा वरिष्ठ तकनीशियन श्री रवि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बच्चों के वार्डस् पर विशेष ध्यान
वर्तमान में संयंत्र प्रबंधन ने भविष्य के कोरोना लहर को देखते हुए बच्चों के वार्डस् पर सुविधाएं बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस संदर्भ में आज दिनांक 21 मई, 2021 को अस्पताल के सी-3 शिशु रोग वार्ड के प्रत्येक बेडस् पर पाइप लाइन बिछाने का कार्य सम्पन्न कर लिया गया है। इस प्रकार बच्चों को अब सिलेंडर की बजाय सीधे गैस पाइप लाइन से ऑक्सीजन प्रदान किया जाएगा। पाइप बिछाने का यह कार्य सी-1 के शिशु रोग वार्ड में भी प्रारंभ कर दिया गया है। जिसे शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। इस प्रकार बच्चों के इलाज की तैयारी को समय रहते पूरा करने के लिए अस्पताल की मेंटनेंस टीम ने कमर कस ली है। जेएलएन अस्पताल के सभी 860 बेड में ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाने की योजना है। जिससे अस्पताल के शत-प्रतिशत बेडस् को पाइप्ड ऑक्सीजन से जोड़ा जा सके। जिससे आने वाले किसी भी कोविड संकट से बेहतर ढंग से निपटा जा सके।
नये वेपोराइजर की स्थापना
बीएसपी प्रबंधन ने भिलाई के इस्पात बिरादरी को उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है। इसी संकल्प के तहत अस्पताल को निरन्तर गैसीय ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए नए वेपोराइजर की खरीद का आदेश दिया जा चुका है। इस नये वेपोराइजर की शीघ्र ही डिलिवरी संभावित है। विदित हो कि वेपोराइजर वह उपकरण है जो लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन को गैसीय ऑक्सीजन में परिवर्तित कर अस्पताल के ऑक्सीजन लाइन में सप्लाई करता है।यह नया वेपोराइजर की क्षमता 1000 क्यूबिक मीटर है जो कि अस्पताल में लगे पुराने वेपोराइजर से 10 गुना अधिक है। महाप्रबंधक श्री शाहिद अहमद ने बताया कि इस वेपोराइजर से जेएलएन अस्पताल के सभी 860 बेडस् में पाइप्ड ऑक्सीजन पहुंचाना संभव हो जाएगा। इसे लगाने हेतु फाउंडेशन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इस प्रकार बीएसपी प्रबंधन ने कोविड के तीसरे लहर की तैयारी को भी समय रहते अंजाम दे रहा है। विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा यह भविष्यवाणी की जा रही है कि आगामी दौर में बच्चों की संक्रमित होने की संभावना अधिक है। इसलिए बीएसपी अपनी तैयारियों में बच्चों के देखभाल से लेकर अन्य गंभीर मरीजों के लिए जरूरी सुविधाएं बढ़ा रहा है।
जेएलएन अस्पताल के सभी बेडस् को पाइप्ड ऑक्सीजन से जोडऩे की कवायद…. बीएसपी ने कोविड के भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए कसी कमर




