नई दिल्ली (एजेंसी)। मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और अब राजस्थान में सचिन पायलट के बगावत का झंडा उठाने के बाद कांग्रेस नेताओं की नजर अब राहुल गांधी की युवा ब्रिगेड पर है। उन्हें अब अन्य युवा नेताओं के कांग्रेस छोडऩे का डर सता रहा है।
दरअसल, राहुल ने पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद चुन-चुन कर युवा नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी थी। कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक समिति सीडब्ल्यूसी के एक सदस्य ने कहा कि निश्चित रूप से पार्टी में कुछ तो गलत है, जो हमें सोचने पर मजबूर कर रहा है।
मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और अब राजस्थान में सचिन पायलट के बगावत का झंडा उठाने के बाद कांग्रेस नेताओं की नजर अब राहुल गांधी की युवा ब्रिगेड पर है।पार्टी में सभी के दिमाग में यही चल रहा है कि ‘अगला कौन’।
इस ब्रिगेड के अन्य नाराज नेताओं में अशोक तंवर, पूर्व मुंबई प्रमुख मिलिंद देवड़ा और संजय निरुपम, पंजाब के पूर्व प्रमुख प्रताप सिंह बाजवा, झारखंड के पूर्व अध्यक्ष अजॉय कुमार और कर्नाटक के पूर्व प्रमुख दिनेश गुंडू राव शामिल हैं।
