बालोद। चार दिन से गायब डेंगरापार के रहने वाले युवक यशवंत कुमार नेताम (24) का शव खेरूद के तांदुला नदी में रेत में दबा मिला। गुरुवार को पुलिस ने शव को खोदकर निकाला और पीएम के लिए भेजा। यशवंत के पिता व उसके तीन दोस्त 8 अप्रैल को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद मामले की जांच की गई। मृतक की मां ने इन तीनों पर शक जाहिर किया। पुलिस ने जब तीनों से अलग-अलग पूछताछ की तो उनके बयानों में विरोधाभास सामने आया और पूरा मामला उजागर हो गया। शराब पीने के दौरान हुए विवाद के बाद हत्या कर तीनों ने उसकी लाश को दफन कर दिया था। गुंडरदेही पुलिस इस मामले में बीएनएस की धारा 103(1), 238 और 3(5) के तहत कार्रवाई कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए एएसपी मोनिका ठाकुर ने बताया कि 6 अप्रैल को सिकोसा शराब दुकान से शराब लेकर डेंगरापार निवासी यशवंत नेताम (24), कोटगांव निवासी मनीष ठाकुर (21), डेंगरापार निवासी साहिल कंवर (19) और ईमान कंवर (21) ने पार्टी की। चारों ने एक साथ शराब पी और किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद मनीष ठाकुर, साहिल कंवर और ईमान कंवर ने मिलकर यशवंत नेताम को लाठी और पत्थर से इतना मारा कि उसकी मौत हो गई। इकसे बाद तीनों ने उसका शव तांदुला नदी के पास रेत में गड्ढा खोदकर गाड़ दिया था।

दूसरे दिन भी पहुंचे शव देखने
एएसपी मोनिका ठाकुर ने बताया कि घटना के दूसरे दिन 7 अप्रैल को तीनों फिर शव को देखने पहुंचे तो मृतक का पैर दिखा। इसे आरोपियों ने फिर रेत डालकर छिपा दिया। इसके बाद 8 अप्रैल को तीनों आरोपी दोबारा मौके पर पहुंचे तो वहां से तेज दुर्गंध आने लगी थी। पकड़े जाने के डर से उन्होंने कोटगांव की एक दुकान से काले रंग का पॉलीथिन खरीदा और रात करीब 10 बजे शव को फिर से निकाला। इसके बाद उसे पॉलीथिन में लपेटकर थोड़ी दूरी पर दोबारा रेत में दफना दिया। यशवंत की हत्या के बाद तीनों 8 अप्रैल को उसके पिता के साथ गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे थे। जब जांच आगे बड़ी तो यही तीनों आरोपी निकले।
