रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला एक साल पहले परिवार से दूर हो गई थी। एक साल बाद कोरबा के वृद्धाश्रम में मिली। वृद्ध महिला की परिवार वापसी पर परिजनों ने खुशियां मनाई। आरती उतारकर वृद्धा का स्वागत किया।
महिला अपनी बेटी के पास जाने के लिए घर से निकली थी और इस दौरान वह कोरबा आ पहुंची जहां पर भटकते हुए वृद्ध आश्रम पहुंच गई थी। परिजन वृद्ध आश्रम से महिला को घर ले गए है। कोरबा में दो दशक से सर्वमंगला मंदिर के पास यह वृद्ध आश्रम है, जहां पर वर्तमान में 26 बुजर्ग महिला और पुरुष रह रहे हैं। इनमें उम्र दराज महिला और पुरुष शामिल हैं। इन्हीं के बीच 70 वर्षीय महिला मेंमबाई एक वर्ष से रह रही थी। एक साल पहले मेंमबाई अपनी बेटी के यहां जाने के लिए घर ट्रेन से निकली थी। इस दौरान वह कोरबा आ पहुंची जहां पर भटकते हुए वृद्ध आश्रम पहुंच गई।

वृद्ध आश्रम के केयरटेकर वीरू यादव ने बताया कि एक वर्ष पहले महिला का यहां पर आना हुआ था। तब से उनकी देखभाल की जा रही थी। अब अनके परिजनों को जब इसकी जानकारी हुई वे इन्हें लेने के लिए वृद्ध आश्रम आए। मेंमबाई को उनके परिजनों के साथ भेज दिया गया है। घर की महिला सदस्य के लापता होने से उनके परिजन परेशान थे और लगातार तलाश कर रहे थे। शिवनारायण ने बताया कि एक रिश्तेदार मां सर्वमंगला मंदिर दर्शन करने आया हुआ था उसकी नजर पड़ने पर उन्हें सूचना मिली थी कि उनकी मां कोरबा में इस स्थान पर है। मां के सुरक्षित मिलने से सब काफी खुश हैं और उन्हें घर ले आए हैं।
