गरियाबंद। जिस ब्वायफ्रेंड के साथ 18 वर्षीय युवती भविष्य के सपने गढ़ रही थी, उसी ने आधी रात बुलाया और दोस्त के साथ मिलकर उसकी आबरू लूट ली। फिर लोकलाज के भय से युवती का गला दबाकर हत्या की और लाश को खेत की बाड़ी में स्थित कुएं में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला गरियाबंद के बोईरगांव का है, जहां विगत 18 अक्टूबर को कुंवर सिंह नामक कृषक के खेत में बनी बाड़ी में गांव की एक महिला ने लाश देखी। चीख-पुकार के बाद पूरा गांव इकट्ठा हुआ तो पुलिस की मदद से शव को बाहर निकाला गया। लाश की शिनाख्त बिंद्रानवागढ़ चौंकी क्षेत्र निवासी सुरेखा बाई (18) के रूप में हुई। पुलिस के मुताबिक, यहां के सुभेदी ओटी ने 17 अक्टूबर को अपनी बेटी सुरेखा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया कि 16 तारीख से वह बिना बताए घर से गायब है। उसके बाद 18 तारीख को उसका शव बोईरगांव में स्थित कुएं से बरामद किया गया।
सुरेखा का शव कुएं से निकालने के बाद पुलिस को प्रथम दृष्टया यह मामला हत्या का लगा। पुलिस ने संदेह के आधार पर ओडिसा में नुआपाडा के बालाराम मलिक (22) और पीपरछेड़ी के धनीराम नेताम (30) को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि बालाराम का सुरेखा के साथ प्रेमप्रसंग चल रहा था। पुलिसिया पूछताछ में दोनों ने सुरेखा की हत्या की बात कबूल कर ली। पूछताछ में दोनों ने बताया कि आधी रात सुरेखा को फोन कर मिलने के लिए बुलाया था। उसके बाद दोनों ने बारी-बारी के साथ उसकी इज्जत को तार-तार किया। सुरेखा ने जब यह बात अपने परिजनों को बताने की बात कही, दोनों युवकों ने लोक-लाज के भय से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद युवती की लाश को एक खेत की बाड़ी में बने कुएं में फेंक दिया।
इससे पहले, अपराध की गंभीरता को देखते हुए एसपी निखिल अशोक कुमार राखेचा ने एएसपी जितेंद्र चंद्राकर और एसडीओपी बाजीलाल सिंह को जांच के निर्देश दिए थे। उनकी मॉनीटरिंग में एसआई ज्ञानेश्वर गंगवार, एएसआई जोहान ध्रुव, अशोक साहू, मनीष वर्मा, रामेश्वर महिलांगे, चुडामणि देवता, गंगाधर सिन्हा, कृतेश प्रजापति आदि ने केस सॉल्व किया।