अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में फर्जी महिला डॉक्टर पुलिस की पकड़ में आई है। दूसरे की डिग्री चुराकर यह युवती प्राइवेट हॉस्पिटल में प्रैक्टिस कर रही थी। जिस डॉक्टर के नाम से वह अस्पताल में प्रैक्टिस कर रही थी उसे इसकी जानकारी हुई तो उसने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद जांच हुई तो ममाला खुला। पुलिस ने फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया। मामला जिले के अंबिकापुर कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार अंबिकापुर स्थित होलीक्रास अस्पताल में डेढ़ साल से युवती डॉक्टर चोरी की डिग्री के सहारे प्रैक्टिस कर रही थी। दरअसल महिला यहां पर डॉ खुशबू के नाम पर प्रैक्टिस कर रही थी। जबकि डॉ खुशबू सरगुजा के लहपटरा स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक के पद पर पदस्थ है। डॉ खुशबू को जब पता चला कि उसकी डिग्री चुराकर कोई प्राइवेट अस्पताल में प्रैक्टिस कर रही है। इसके बाद उसने थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत में डॉ खुशबू ने बताया कि मार्च 2021 में वह रायपुर के एमएमआई हॉस्पिटल में चिकित्सक के पद पर ज्वाइन करने के लिए अपने संपूर्ण शैक्षणिक दस्तावेज और एमबीबीएस के सर्टिफिकेट के साथ गई थी। दस्तावेज परीक्षण के बाद वहां किसी ने उसके सारे दस्तावेज चुरा लिए थे। इस संबंध में खुशबू साह ने रायपुर के थाना टिकरापारा में मामला भी दर्ज कराया था। खुशबू साहू को 19 जुलाई को पता चला कि कोई उसके नाम पर अंबिकापुर के होलीक्रास हास्पिटल में मरीजों का इलाज कर रही है।

डॉ. खुशबू साहे की शिकायत पर पुलिस जांच के लिए अस्पताल पहुंच गई। वहां उन्होंने युवती को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम वर्षा वानखेड़े (27) पत्नी रवि बोकडे निवासी तिलथा मोरेंगा थाना खरोरा रायपुर बताया। आरोपी युवती ने बताया कि वह करीब डेढ़ साल से डॉ. खुशबू के नाम पर अपनी सेवाएं दे रही थी। इसके बाद पुलिस ने युवती को गिरफ्तार कर लिया है।