नईदिल्ली New Delhi. देश को नया संसद भवन मिल चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नए संसद भवन का विधि विधान से उद्घाटन किया। पिछले गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्हें नए संसद भवन का उद्घाटन करने का निमंत्रण दिया था। लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, नए संसद भवन का निर्माण अब पूरा हो गया है। इसी के साथ नए संसद भवन ने पुरानी इमारत का स्थान ले लिया।

पीएम मोदी ने सेंगोल के साथ संसद के नए भवन में प्रवेश किया। अधीनम मठ के पुजारियों ने संसद के नए भवन में पीएम मोदी को सेंगोल सौंपा। इसके बाद पीएम मोदी ने इसे लोकसभा में स्थापित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया। नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया। अलग-अलग धर्म के धर्मगुरुओं ने प्रार्थना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद भवन के निर्माण में काम करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया। नए भवन में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। नई संसद को लेकर देश में राजनीति भी खूब हुई। विपक्ष ने नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह से किनारा कर लिया है।

पीएम मोदी ने कहा अविस्मरणीय दिन
संसद के नए भवन के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर आज के दिन को अविस्मरणीय बताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है। संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य इमारत जन-जन के सशक्तिकरण के साथ ही, राष्ट्र की समृद्धि और सामर्थ्य को नई गति और शक्ति प्रदान करेगी।

यह है नई संसद भवन की खास बातें
नए संसद में तीन द्वार गज द्वार, मकर द्वार और हंस द्वार बनाए गए हैं। गज द्वार से लोकसभा में सीधे प्रवेश कर सकते हैं। इसी रास्ते से पीएम सेंगोल लेकर नए लोकसभा भवन में घुसे। मकर द्वार पुराने संसद भवन के मुख्य द्वार के ठीक सामने है। हंस द्वार अभी बंद है और उसका फिनिशिंग का काम जारी है। नई संसद में तीन दीर्घाएं संगीत दीर्घा, स्थापत्य दीर्घा व शिल्प दीर्घा बनाए गए हैं। इन जगहों पर नाम के अनुसार सजावट भी की गई है।
नए संसद भवन में एक भव्य संविधान हॉल बनाया गया है, जिसमें भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही नए संसद भवन में सांसदों के लिए लाउंज, विभिन्न कमेटियों के लिए कमरे, डाइनिंग एरिया और पर्याप्त पार्किंग की जगह की व्यवस्था की गई है। नए संसद भवन का निर्माण क्षेत्रफल 64,500 वर्ग मीटर है। इसके तीन गेट हैं, जिन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार के नाम से जाना जाएगा। वीआई, सांसदों और विजिटर्स के प्रवेश की अलग-अलग व्यवस्था की गई है।




