अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में 25 से ज्यादा लोगों से ठगी करने वाले शातिर बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एटीएम में रुपए निकालने के दौरान मदद के बहाने बड़ी ही चालाकी से एटीएम बदलकर दूसरे एटीएम से खाता खाली कर देते थे। सरगुजा पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके पास से 40 से ज्यादा एटीएम कार्ड बरामद किया है। मुख्य आरोपी झारखंड के रांची का रहने वाला है, जबकि उसका सहयोगी जशपुर जिले का निवासी है।
इस पूरे मामले का खुलासा सरगुजा एसपी भावना गुप्ता ने किया है। रांची झारखंड निवासी मुकेश सोनी और जशपुर बागिचा निवासी अपने सहयोगी सुनील दास के साथ मिलकर गार्ड विहीन एटीएम को टारगेट करते थे। एसपी ने बताया कि सरगुजा क्षेत्र में 25 से ज्यादा घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। हाल ही में इनके खिलाफ थाना कोतवाली, मणिपुर, बतौली थाने में अपराध दर्ज हुए। इसके बाद पुलिस ने इनकी तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और साइबर सेल की मदद से जानकारी जुटाने के बाद पुलिस की टीम को झारखंड रवाना किया था। ।

छापे की लगने पर आरोपी मुकेश सोनी बिहार की ओर भाग रहा था। पुलिस ने 200 किमी तक पीछा कर आरोपी मुकेश सोनी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बागीचा जशपुर निवासी अपने साथी सुनील दास का नाम बताया। पुलिस ने सुनील दास को भी गिरफ्तार कर लिया। मुकेश सोनी कार से अंबिकापुर पहुंचता और यहां होटल में रहता था। दिन के समय अपने साथी के साथ ऐसे एटीएम बूथ में जाता जहां गार्ड नहीं होता था। एटीएम बूथों पर जाकर भोले-भाले लोगों से मदद के नाम पर उनका एटीएम बदल देता था। सरगुजा के अंबिकापुर में ही इन दोनों ने 5 लोगों को अपना शिकार बनाया। पुलिस ने इनके कब्जे से कार, एक बाइक, 32 एटीएम कार्ड, 4 मोबाइल, 1 जियो वाईफाई बरामद किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल दाखिल कर दिया है।

पैरोल पर छूटने के बाद से फरारी काट रहा मुख्य आरोपी
एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि मुख्य आरोपी मुकेश सोनी शातिर अपराधी है। कॉन्ट्रैक्टर की हत्या के मामले में वह दिल्ली जेल में सजा काट रहा था। 2019 में वह पैरोल पर बाहर आया और तब से फरार है। इसके बाद से ही आरोपी ने यह धंधा शुरू किया। आरोपी ठगी के पैसे से रांची में घर भी बनवा रहा है। दिल्ली पुलिस ने इस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है। खासबात यह है आरोपी अपने ठगी के रुपए अपनी पत्नी के खाते में रखता था।