भिलाई। नगपुरा में चार दिन पहले 6 माह के मासूम की हत्या का बुधवार को पुलिस कप्तान डॉ अभिषेक पल्लव ने खुलासा किया। पुलिस कंट्रोल रूम सेक्टर-6 में प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ने आरोपी महिला से मीडिया के सामने पूछताछ की जिसने अपने 6 माह के मासूम को जिंदा तालाब में फेंक दिया था। पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे भी हुए। पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ धारा 363, 364, 302 के तहत कार्रवाई की है।
बता दें एक अप्रैल की सुबह नगपुरा चौकी क्षेत्र के तालाब में 6 माह के मासूम का शव मिला था। मासूम 30-31 मार्च की दरमियानी रात से गायब था। इस दौरान हिर्री निवासी दिलीप यादव ने अपने 6 माह का बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट नगपुरा थाने में दर्ज कराई थी। इस दौरान बताया गया कि दिलीप यादव की पत्नी मालती यादव डिलवरी के लिए नगपुरा अपने मायके आई थी। 30 मार्च की रात को सभी सो गए। आधी रात को मालती यादव उठी और टॉयलेट के लिए गई। वापस लौटी तो देखा कि उसका 6 माह बच्चा गायब है।

इसके बाद शुक्रवार को दिनभर उसकी तलाश की जाती रही लेकिन कहीं नहीं मिला। इसके बाद थाने में रिपोर्ट लिखाई। इधर शनिवार की सुबह गांव के ही तालाब में बच्चे के शव मिलने की जानकारी मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शिनाख्त लापता बच्चे के रूप में की। मासूम का अपहरण कर तालाब में फेंकने की इस घटना ने सनसनी फैला दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विशेष टीम का गठन किया और आरोपी की पतासाजी कराई।

इस दौरान टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा तकनीकी सहायता प्राप्त कर सीडीआर एवं घटना स्थल ग्राम नगपुरा के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया। इस दौरान 1 अप्रैल को ग्राम के डबरी तालाब में अपहृत बच्चे का शव पानी में दिखाई दिया। जिसका शव पंचनामा बाद सब का पीएम कराया गया। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज सूक्ष्मता से अवलोकन करने पर पाया गया कि रात्रि करीबन 2.40 पर एक महिला कत्चा कलर की साड़ी पहने हुये अपने कन्धे पर बच्चे को ले जाते हुई दिखी, संदेही महिला का फुटेज को गांव वालों एवं घर-परिवार के सदस्यों को दिखाने पर महिला की पहचान बच्चे की मां मालती यादव के रूप में हुई। इसके बाद मालती यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने सारी सच्चाई बता दी।
पति छोड़ गया था मायके, खर्च के लिए नहीं देता था पैसे
पुलिस पूछताछ आरोपी महिला ने बताया कि उसका पति उसे मायके में छोड़ने के बाद लेने के लिए नहीं आया। खर्च के लिये पैसा भी नहीं देता था। इस वजह से महिला को अपने बच्चे की चिंता होने लगती थी कि वह बड़ा होकर क्या करेगा। इसके कारण महिला मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। महिला के मन में चिड़चिड़ाहट बढ़ गई और आवेश में आकर उसने बच्चे को लेजाकर तालाब में फेंक दिया। तालाब में डूबने से बच्चे की मृत्यु हो गई। फिर घर वापस आकर में अपनी माँ को जगाकर बोली कि मेरा बच्चा बिस्तर पर नहीं है कोई उसे उठाकर ले गया है। इसके बाद इसकी रिपोर्ट चौकी तक पहुंची। आरोपिया के विरूद्ध धारा 363, 364, 302 भादवि के तहत अग्रिम कार्यवाही चौकी नगपुरा थाना पुलगांव से की जा रही है।
इस पूरी कार्रवाई में एसीसीयू से एएसआई पूर्ण बहादूर, आरक्षक जगजीत सिंह, फारूक खान, शोभित सिन् तिलेश्वर राठौर, सुरक्या, जुगनु सिंह, केशव साहू, नरेन्द्र सहारे, चित्रसेन, सनत भारती, कोमल, प्रदीप सिंह, धीरेन्द्र चौकी नगपुरा से एएसआई छन्नू नेताम, प्रधान आरक्षक यशवंत सिंह, आरक्षक अमित वर्मा, प्रशांत साहू सुलदीप सिंह, तामेश्वर साहू की उल्लेखनीय भूमिका रही।