डायरेक्टर विनय चंद्रा सरोजिनी नायडू पर बायोपिक बनने जा रही हैं। धीरज मिश्रा लिखित इस फिल्म को चरण सुवर्णा और हनी चौधरी प्रोड्यूस कर रहे हैं। जिसे विशिका फिल्म्स बैनर के तहत बनाया जा रहा है। इसका 10 दिनों का पहला शूटिंग शेड्यूल कनार्टक में शूट किया गया और अगला शेड्यूल मुंबई में है।
फिल्म की यूं हुई शुरुआत
फिल्म के लेखक धीरज मिश्रा बताते हैं- मैं महिला पर बायोपिक लिखना चाह रहा था, पर कोई स्पार्क नहीं आ रहा था। लॉकडाउन से 10 दिन पहले दिल्ली, लाइब्रेरी गया था। वहां सरोजिनी नायडू की बुक दिखी, जिसमें पहले पेज पर कुछ कविताएं थीं। जब कविताएं पढ़ी, तब बहुत आकर्षित हुआ। लाइब्रेरी का मेंबर होने के बावजूद बुक नहीं ले सकता था, इसलिए उसकी कॉपी निकलवाई। घर आकर बुक पढऩे लगा, तब लगा इस पर कहानी कहनी चाहिए। फिल्म लिखने के लिए ढेर सारी बुक की जरूरत थी, इसलिए पहले राउंड में किताबों की दिक्कत आई, क्योंकि लॉकडाउन लगा था। इंटरनेट से चीजों को खंगालना शुरू किया। उसके बाद थोड़ा लॉकडाउन खुला, तब ढेर सारी किताबें पढ़ी। इस तरह बेसिक तैयारी शुरू हुई और इसी दौरान मेरे दोस्त हनी चौधरी और चरण सुवर्णा से बात हुई, तब उन्होंने कहा कि इसे हम प्रोड्यूस करना चाहते हैं।

पहला सिलेक्शन सोनल मंथेरो का हुआ
बंग्लौर की चर्चित एक्ट्रेस सोनल मंथेरो अपनी ‘बनारसÓ फिल्म के लिए मुंबई आई थीं। फिल्म के प्रोड्यूसर मुझे उनसे मिलवाया, तब लगा जूनियर सरोजिनी उनसे बेहतर और कोई नहीं हो सकता। हालांकि, साउथ एक्ट्रेस में हिंदी एसेंट का प्रॉब्लम होता है, पर उनसे बातचीत करके देखा कि अच्छी हिंदी बोलती हैं और कन्नड़ हैं, सो स्वाभाविक है कि कन्नड़ भी बोल लेंगी। इस तरह पहला सिलेक्शन जूनियर सरोजिनी के लिए सोनल का हुआ। सोनल 16 साल से लेकर 30 साल तक के रोल में होंगी। मतलब सरोजिनी की लाइफ में फ्रीडम से पहले का जो मेन पार्ट है, उसे सोनम कर रही हैं।

दूसरी और इंटरेस्टिंग कास्टिंग हितेन की हुई
सरोजिनी के हस्बैंड गोविंद रजालू का रोल हितेन तेजवानी निभा रहे हैं। फिल्म की अनाउंसमेंट हो रही थी, तब उस इवेंट में हितेन दूसरे काम से आए थे। हितेन को देखा तो लगा कि सरोजिनी के हस्बैंड के रोल में एकदम परफेक्ट हैं। चूंकि सरोजिनी और उनके हस्बैंड गोविंद में 10 साल का गैप है। हितेन को 28 साल से लेकर 50 साल की उम्र का दिखाएंगे। वे यंग और थोड़ा ओल्ड कैरेक्टर में एकदम फिट बैठते हैं। उनमें कुछ ज्यादा परिवर्तन की जरूरत नहीं पड़ रही है। हिंदुस्तान में जो पहली अंतर्जातीय शादी रजिस्टर्ड है, वह सरोजिनी नायडू और गोविंद रजालू की है।
पहला शेड्यूल कुट्टा में फिल्माया गया, आगे मुंबई, जॉर्जिया और बनारस में शूट होगा
फिल्म का पहला शेड्यूल 10 दिनों का था, जो केरल और कर्नाटक के बॉर्डर पर स्थित कुट्टा एवं उसके आसपास में फिल्माया गया। कुट्टा में सरोजिनी के पिता का घर, शादी सहित कुछ रोमांटिक सीन सीक्वेंस फिल्माए गए। जबकि दूसरा शेड्यूल में शादी के बाद का है, जो मुंबई में जुलाई के पहले और दूसरे सप्ताह में फिल्माया जाएगा। अगस्त में एक सप्ताह का तीसरा शेड्यूल जार्जिया में रखा गया है। वहां गोपाल कृष्ण गोखले से उनका रिलेशन, महात्मा गांधी से पहली मुलाकात आदि हिस्सा शूट करेंगे। बारिश बाद चौथा शेड्यूल बनारस में शूट किया जाएगा। यहां भी तकरीबन 10 दिन शूट करने का प्लान है। यहां फ्रीडम मूवमेंट, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल बनने आदि हिस्से को फिल्माएंगे। कुल 45 दिनों का शूटिंग शेड्यूल है। इसे जरूरत पडऩे पर बढ़ाया भी जा सकता है।
शांति प्रिया निभाएंगी सीनियर सरोजिनी का किरदार
सरोजिनी की कहानी 10 साल का जंप लेती है, इसलिए 30 से 40 साल की आयु वाला हिस्से को गैप दिया गया है। सीनियर सरोजिनी के रोल में शांति प्रिया होंगी, जो 40 से 75 साल तक का किरदार निभाएंगी। क्योंकि, वे 50 वर्ष के आसपास होंगी, इसलिए कैरेक्टर के हिसाब से प्रोस्थेटिक्स का सहारा लिया जाएगा।
सरोजिनी के बायोपिक में होगा उनके जीवन का अहम हिस्सा
यह फिल्म सरोजिनी नायडू की बायोपिक है, इसलिए ज्यादा इधर-उधर नहीं जा सकते। लेकिन दर्शक मनोरंजन तरीके से देखें, इसलिए अनछुए पहलू को संतुलित रूप में दिखाया जाएगा फिल्म में उनका वैवाहिक जीवन, प्रेम प्रसंग, महान कवयित्री, मेधावी छात्रा, उनके पति, बच्चों का फ्रीडम मूवमेंट में योगदान, उनके कवयित्री से स्वतंत्रता सेनानी बनने का सफर, अफ्रीकी देशों और लंदन में उनके फ्रीडम मूवमेंट सहित पहली महिला राज्यपाल के तौर पर उनका कार्यकाल कैसा रहा आदि पोर्शन को दिखाएंगे।