नई दिल्ली (एजेंसी)। तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी बुधवार को निधन हो गया। वह सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर में यात्रा कर रहे 14 लोगों के दल में शामिल थे और हादसे में एक मात्र जिंदा बचे सैन्य अधिकारी थे। वायुसेना की ओर से उनके निधन की पुष्टि की गई है। भारतीय वायुसेना ने अपने ट्वीट में कहा है कि यह बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि ग्रुप कैप्टन का इलाज के दौरान आज निधन हो गया। वे आठ दिसंबर 2021 को हुए हादसे में अकेले जिंदा बचे थे।

Group Captain Varun Singh served the nation with pride, valour and utmost professionalism. I am extremely anguished by his passing away. His rich service to the nation will never be forgotten. Condolences to his family and friends. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 15, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धांजलि। देश के लिए उनकी सेवा को सभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने पराक्रम, अत्यंत पेशेवराना अंदाज से देश की सेवा की। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी उनके निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट किया है-IAF पायलट ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन से हुए दर्द को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। वह सच्चे फाइटर थे, जिन्होंने अपनी अंतिम सांस तक जंग जारी रखी।


मुख्यमंत्री बघेल ने दी श्रद्धांजलि
भारत माता के वीर सपूत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जी एक योद्धा की तरह आखिरी क्षण तक लड़े। हम सब उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। देश आपको सलाम करता है।
ईश्वर उनके परिवार को हिम्मत दें। ॐ शांति:
देवरिया के रहने वाले थे वरुण सिंह
वरुण सिंह देवरिया के कन्हौली गांव के रहने वाले थे। वह मूलरूप से फाइटर पायलट थे। साल 2007 से 2009 तक उनकी गोरखपुर में पोस्टिंग रही। वह जगुआर फाइटर प्लेन उड़ाते थे। गोरखपुर से उनका हैदराबाद तबादला हुआ था। वर्तमान में तमिलनाडु के वेलिंगटन में तैनात थे। वेलिंगटन स्थित डिफेंस एकेडमी के कार्यक्रम में सीडीएस रावत को हिस्सा लेना था, कैप्टन उनके साथ जा रहे थे, लेकिन पहले ही हादसा हो गया।
हादसे की वजह का खुलासा होने की बड़ी उम्मीद भी टूटी
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन देश के लिए बड़े दुख की खबर है। इसके साथ ही चॉपर क्रैश की वजह पता चलने की एक बड़ी उम्मीद भी टूट गई है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चॉपर को वरुण सिंह ही उड़ा रहे थे। माना जा रहा था कि यदि वह उबर जाते हैं तो हादसे कैसे हुआ, इस बारे में वह बता सकेंगे। लेकिन उनके निधन ने इस उम्मीद को भी तोड़ दिया है। इससे पहले 8 दिसंबर को चॉपर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी। विमान में कुल 14 लोग सवार थे, जिनमें वरुण सिंह ही जीवित बचे थे। लेकिन अब उनकी भी मौत ने देश को बड़ा आघात दिया है।
अगस्त में ही मिला था शौर्य चक्र सम्मान
पिछले साल एक बड़ी तकनीकी खामी की चपेट में आए लड़ाकू विमान तेजस को संभावित दुर्घटना से सफलतापूर्वक बचा लेने के उत्कृष्ट कार्य के चलते ग्रुप कैप्टन सिंह को अगस्त महीने में शौर्य चक्र से नवाजा गया था। देश भर में उनके दीर्घायु होने की दुआएं मांगी जा रही थीं, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।




