नईदिल्ली (एजेंसी)। भारत में पेगासस जासूसी कांड को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। कथित रूप से फोन टैप कराने को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल संसद से लेकर सड़क तक केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इसी बीच जासूसी मामले की रिपोर्ट में कुछ और नाम सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि उद्योगपति अनिल अंबानी का भी फोन हैक किया गया है। इसके अलावा सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर आलोक वर्मा के भी फोन टैप किए जाने की आशंका जताई जा रही है। इस लिस्ट में कुछ और नाम है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिस फोन नंबरों का अनिल अंबानी और रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) के एक अन्य अधिकारी ने इस्तेमाल किया, वे नवंबर उस सूची में शामिल है, जिसका विश्लेषण पेगासस परियोजना समूह के मीडिया भागीदारों ने किया था। हालांकि, रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि अनिल अंबानी वर्तमान में उस फोन नंबर का उपयोग कर रहे हैं या नहीं। इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि अनिल अंबानी के अलावा, कंपनी के अन्य अधिकारी जिनके फोन नंबर सूची में शामिल हैं, उनमें कॉरपोरेट संचार प्रमुख टोनी जेसुदासन के साथ उनकी पत्नी भी शामिल हैं।
विपक्षी नेताओं समेत पत्रकार और मंत्रियों के फोन हैक
इस्राइल कंपनी एनएसओ के पेगासस सॉफ्टवेयर से भारत में कथित रूप से पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और राजनीतिक असंतुष्टों समेत 300 से ज्यादा हस्तियों के फोन हैक किए गए हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, भाजपा के मंत्रियों अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह पटेल, पूर्व निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के फोन नंबरों को इस्राइल स्पाइवेयर के जरिए हैकिंग के लिए सूचीबद्ध किया गया था।
50, 000 से ज्यादा सेलफोन हैक
पेरिस स्थित एक संस्था ‘फॉरबिडन स्टोरीज एवं मानवाधिकार समूह ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा हासिल की गई और 16 समाचार संगठनों के साथ साझा की गई 50,000 से अधिक सेलफोन नंबरों की सूची से पत्रकारों ने 50 देशों में 1,000 से अधिक ऐसे व्यक्तियों की पहचान की है, जिन्हें एनएसओ के ग्राहकों ने संभावित निगरानी के लिए कथित तौर पर चुना था।