नई दिल्ली (एजेंसी)। बीते दिनों जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन धमाके जैसे अटैक को भविष्य में टालने के लिए भारतीय वायुसेना ने 10 एंटी-ड्रोन सिस्टम की खरीद शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, इस मेड इंडिया ड्रोन-रोधी सिस्टम का मुख्य हथिया लेजर आधारित होगा। भारतीय वायुसेना इन एंटी-ड्रोन सिस्टमों को अलग-अलग एयरबेसों पर तैनात करेगी।
Indian Air Force has initiated process of acquiring 10 counter unmanned aircraft systems. As per Request for Information for the project, main weapon of Made in India anti-drone system should be Laser-based Directed Energy Weapon. IAF to deploy these systems at different airbases
— ANI (@ANI) July 6, 2021
बता दें कि बीती 27 जून को हमले के बाद वायुसेना ने एंटी ड्रोन सिस्टम खरीदने के लिए भारतीय कंपनियों को रिक्वेस्ट फॉर इनफॉर्मेशन (आरएफआई) भी जारी कर दिया है। वायुसेना ने आरएफआई में बताया है कि यह काउंटर अनआम्र्ड एयरक्राफ्ट सिस्टम (CUAS) ड्रोन का पता लगाने, उसको ट्रैक करने, पहचान करने और नष्ट करने में सक्षम होना चाहिए।
आरएफआई के मुताबिक, सिस्टम में ग्लोबल नेविगेशन सैटलाइट जैमर सिस्टम (GNSS) और रेडियो फ्रीक्वेंसी जैमर भी होना चाहिए। बता दें कि ये फीचर्स इजरायल के ड्रोन डोम सिस्टम से मेल खाते हैं, जो कि साढ़े 3 किलोमीटर की दूरी से ही छोटे से छोटे टारगेट का पता लगाकर उन्हें लेजर तकनीक से गिरा देते हैं।
बता दें कि 27 जून को भारतीय वायुसेना के जम्मू एयरबेस पर ड्रोन से हमले किए गए थे। भारत पर यह इस तरह का संभवत: पहला हमला था। ड्रोन के जरिए दो कम तीव्रता वाले विस्फोट किए गए थे। हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ माना जा रहा है। जांच में सामने आया है कि सीमा पार से लगभग ढाई किलोग्राम आरडीएक्स विस्फोटक के साथ बम को ड्रोन से भेजा गया था।