भिलाई। गुजन्स आयोजन के माध्य्म से सामाजिक कार्यों से जुड़ी गुंजन चौहान चंदेल ने नेत्रदान किया है। उन्होंने इस आशय का पत्र नवदृष्टि फाउंडेशन के संस्थापक कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया, जितेन्द्र हासवानी, हरमन दुलाई एवं रितेश जैन को सौपा। इस अवसर पर विधा फाउंडेशन की संस्थापक रश्मि सागर ने भी अपने जन्मदिन पर नेत्र का दान किया।
नेत्रदान का प्रपत्र भरने के बाद गुंजन चौहान चंदेल ने कहा कि बचपन में जब से सुना कि ऐश्वर्या राय के अपने नेत्र दान किया तो बड़ा आश्चर्य हुआ कि कोई अपनी इतनी सुंदर आंखे किसी और को कैसे दे सकता है धीरे धीरे अब समझ में आया नेत्र दान कर आप मरने के बाद भी किसी को रोशनी दे सकते है।
विगत 4 वर्षों से गुजन्स आयोजन के माध्य्म से सामाजिक कार्यों से जुड़ी रही। बहुत से लोगों से मिलने का मौका मिला उन्हें समझने का मौका मिला। फिर वेदिका फाउंडेशन की जब मैंने शुरुआत की तो मैंने समाज से मिले स्नेह को किसी न किसी रूप में लौटने का निश्चय किया। फाउंडेशन विगत कई वर्षों से नेत्र दान, रक्त दान एवं अंग दान के क्षेत्र में काम करती आ रही है। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
गुंजन ने कहा कि फाउंडेशन ने मुझे ब्रांड अम्बेसडर नियुक्त किया और इस क्षेत्र में कार्य करने का अवसर प्रदान किया। अन्य को प्रेरित करने से पूर्व मुझे ऐसा प्रतीत हुआ कि इसकी शुरुआत क्यों न पहले मैं खुद से करू और नेत्र दान के महत्व को समझ कर मैंने नेत्र दान किया। आप भी कीजिये नेत्र दान महादान है कर के देखिए अच्छा लगता है। मेरे मन के दबे संकल्प को जागृत करने के लिए मैं रश्मि सागर का सहहृदय धन्यवाद देना चाहती हूं और मेरे सभी मीडिया साथियों का आभार जिन्होंने अपने अखबार के माध्यम से लोगों को प्रेरित करने में सहयोग दिया।
गुंजन्स आयोजन की संस्थापक गुंजन चौहान चंदेल ने किया नेत्रदान, कहा- नेत्रदान करें, दूसरों को भी रोशनी दें




