मुंबई (एजेंसी)। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन के बीच ‘ऑल इज वेल’ होने की बातें भले ही कही जा रही हैं, लेकिन ऐसा दिखता नहीं है। अब कांग्रेस के सीनियर नेता पृथ्वीराज चव्हाण के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है, जिन्होंने अगले चुनाव के बाद कांग्रेस का सीएम बनने की बात कही है। उनके इस बयान के बाद शिवसेना एक बार फिर से भड़क गई है। इसके बाद पृथ्वीराज ने सोमवार को सफाई देते हुए कहा कि कांग्रेस का चीफ मिनिस्टर होने का उनका बयान कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने के लिए था। उन्होंने कहा कि मेरे कहने का अर्थ यह था कि चुनाव के बाद कांग्रेस गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी।
इस बीच शिवसेना नेता और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि गठबंधन में सभी एकजुट हैं। राउत ने कहा, ‘गठबंधन में दरार पैदा करने की कोशिशें सफल नहीं होंगी। शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी एकजुट हैं। हम 5 साल सरकार चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सत्ता खोने से बेचैन बाहरी लोग हमारी सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं, लेकिन यह जारी रहेगी। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के गठबंधन में दरार पैदा करने की कोशिशें की जा सकती हैं, लेकिन ये सफल नहीं होंगी। इससे पहले कांग्रेस नेता नाना पटोले के बयान पर विवाद छिड़ गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगला चुनाव कांग्रेस अकेले ही लड़ सकती है। पटोले के इस बयान पर बरसते हुए खुद सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमें जनता से किए गए वादों को पूरा करने की जरूरत है। ठाकरे ने कहा था, ‘यदि हम लोगों की समस्याओं को हल करने पर फोकस नहीं करेंगे और राजनीति में अकेले जाने की ही बातें करेंगे तो लोग हमें चप्पलों से पीटेंगे। वे हमारी पार्टी केंद्रित और अकेले लडऩे की स्वार्थी सोच की बातें नहीं सुनेंगे। ठाकरे ने अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन उनका साफ इशारा पटोले की ओर ही था। हालांकि महाराष्ट्र की राजनीति में इस बात को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं कि आखिर 8 जून को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने एक बार भी बीजेपी पर हमला नहीं बोला है।

उद्धव की ओर से बीजेपी की आलोचना न करने पर भी कयास तेज
मराठा कोटे के मुद्दे पर ठाकरे की पीएम मोदी से मुलाकात के दो दिन बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि पीएम मोदी फिलहाल देश के सर्वोच्च नेता हैं। राउत ने कहा था, ‘बीजेपी ने बीते 7 सालों में पीएम मोदी की लीडरशिप में बड़ी सफलता हासिल की है। फिलहाल पीएम मोदी देश और बीजेपी के सबसे बड़े नेता हैं।

क्या है शरद पवार की रणनीति, विपक्षी दलों की बुलाई बैठक?
इसी बीच महाराष्ट्र में शरद पवार की राजनीति को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से कई राउंड की बात के बाद अब शरद पवार ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। मंगलवार को इस मीटिंग के लिए उन्होंने कई दलों को आमंत्रित किया है। इस मीटिंग को 2024 की उनकी तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। यह आमंत्रण शरद पवार और यशवंत सिन्हा की ओर से भेजा गया है। जिन लोगों को मीटिंग में शामिल होने के लिए बुलाया गया है, उनमें आरजेडी के मनोज झा, आप के संजय सिंह और कांग्रेस के नेता विवेक तन्खा शामिल हैं।