भिलाई। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत आकाश गंगा व्यवसायिक परिसर में 300 मीटर नाली की सफाई विशेष अभियान के तहत की गई है। मलबा से पटा हुआ नाली का अस्तित्व समाप्ति की कगार पर था, परंतु महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव तथा निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर नाली निकासी की व्यवस्था बेहतर कर दी गई है। अब आकाश गंगा क्षेत्र में बारिश के दिनों में जलभराव की शिकायत प्राप्त नहीं होगी।
उल्लेखनीय है कि लंबे अरसे से कचरो से पटी हुई नाली का नामोनिशान गायब हो गया था। निगम की टीम में जोन 1 आयुक्त सुनील अग्रहरि, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, जोन के स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना, जोन के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी कमलेश द्विवेदी ने टोटल लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए यहां विशेष अभियान चलाकर 40 सफाई कर्मचारियों की सहायता से नाली को निकासी के लिए पुन: तैयार कर दिया है। निर्माण एवं विध्वंस का कचरा 3 फीट की गहराई में पूरी तरह से नालियों में पड़ा हुआ था। जिससे बारिश के दिनों में यहां से पानी निकासी नहीं हो पाती थी, व्यापारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता था, वाहन जाम हो जाते थे। समस्याओं को देखते हुए कॉफी हाउस, ढिल्लन कांप्लेक्स एवं पीसी ज्वेलर्स से होते हुए रेलवे पटरी की ओर जाने वाली नाली के स्लैब को तोड़कर नाली की संपूर्ण सफाई की गई है।
इस क्षेत्र में सुपेला घड़ी चौक से होते हुए रेलवे पटरी की ओर एक ही नाली से पानी निकासी की व्यवस्था थी दूसरी नाली जो काफी हाउस की ओर से होते हुए रेलवे पटरी की ओर जाती है वहां पर की नाली जाम हो गई थी, यहां पर कुछ व्यवसायियों द्वारा नाली के ऊपर स्लैब निर्माण कर लिया था तथा व्यापारी सब्जियों के कैरेट को नाली के ऊपर रख देते थे जिससे नाली की सफाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। सुपेला घड़ी चौक की ओर से एक ही नाली होने के कारण पानी ओवरफ्लो होने की शिकायतें प्राप्त होती थी। अब दूसरी मुख्य नाली की सफाई होने से ओवरफ्लो होने की संभावना कम हो जाएगी। सफाई के दौरान तीन से चार ट्रक मलबा निकला इसका सदुपयोग करते हुए इंडियन कॉफी हाउस के पीछे वाले रोड के समतलीकरण के उपयोग में लाया गया।