भिलाई। लॉकडाउन के कारण रोजमर्रा के कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। इसकी वजह से लगभग हर प्रोफेशन के कार्यों पर प्रभाव पड़ा है। इसी कड़ी में बाउंसर का काम करने वाले युवाओं के पास भी पिछले सात माह से कोई काम नहीं है। भिलाई के बाउंसर ग्रुप ऑफ लीडर छत्तीसगढ़ आसिफ खान ने बताया मार्च से लगे लॉकडाउन के बाद जो इवेंट होने वाले थे वह सब कैंसिल हो गए और लगभग मार्च-अप्रैल, मई-जून, अगस्त-सितंबर और अब अक्टूबर आने वाला है, दुर्ग भिलाई, रायपुर सहित प्रदेश के सभी शहरों में होने वाले सभी बड़े आयोजन कैंसल हो गए हैं जिसकी वजह से बाउंसर का काम करने वाले युवाओं का इनकम ऑफ सोर्स बंद हो गया है।
आसिफ खान का कहना है कि बाउंसर फील्ड में काम करने वाले लड़कों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है मार्च के बाद सारे जिम बंद हो गए तो फिटनेस रूटीन फॉलो नहीं हो पाया। बीच में जिम कुछ दिन के लिए खोलें लेकिन फिर लॉक डाउन होने कारण वह कंटिन्यू नहीं हो पाया खास बात तो यह है की अब बाउंसर के पास कोई काम नहीं बचा जिससे उनको मजबूरन दूसरे फील्ड का रुख अपनाना पड़ रहा है अगर जल्दी स्थिति नहीं सुधरी तो बाउंसर ही क्या लेबर मजदूर सिक्योरिटी गार्ड मेड जैसे निम्न स्तरों के लोगों का जीवन यापन करना बहुत मुश्किल हो जाएगा क्योंकि इनके पास कोई काम नहीं है।

आसिफ खान ने सरकार से गुजारिश करते हुए कहा है कि बड़े कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करते हुए करने की अनुमति दी जाए शर्त यह रखी जाए। कोई भी कार्यक्रम में डेढ़ सौ से 200 लोगों ज्यादा लोग न पहुंचे। सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा जाए जिससे लोगों की कार्यशैली बनी रहेगी और उनको रोजगार भी मिलेगा क्योंकि एक इवेंट में केवल बाउंसर ही नहीं कई लोगों का सहयोग होता है जिससे इवेंट सफल होता है। आसिफ खान ने कहा कि मेरी राय है कि सरकार को जिम जैसे स्थान योगा जैसे स्थान को लॉकडाउन यह किसी भी परिस्थिति में बंद नहीं रखना चाहिए क्योंकि शरीर की स्ट्रेंथ प्लस इम्यूनिटी जब तक मानव शरीर में बनी रहेगी तब तक उसे कोई भी वायरस छू नहीं सकता।
