0 प्रवासी मजदूरों की मदद करने पर तीन पुलिसकर्मी बने पहले ‘रोल माॅडल आॅफ छत्तीसगढ़ पुलिस’
रायपुर । उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्य के पुलिसकर्मियों को ‘रोल माॅडल आॅफ छत्तीसगढ़ पुलिस’ से पुरस्कृत किया जाएगा। डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया कि उत्कृष्ट कार्य के साथ सेवा भावना प्रदर्शित कर पुलिस की छवि बेहतर बनाने वाले कर्मियों के उत्साहवर्धन के लिए उक्त योजना शुरू की गई है।
श्री अवस्थी ने पहले ‘रोल माॅडल आॅफ छत्तीसगढ़ पुलिस’ पुरस्कार से प्रधान आरक्षक विष्णु पुनेम, आरक्षक मरकुस खेस और आरक्षक चमराराम मरकाम को 1 हजार रुपये नगद और प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया। 15वीं वाहिनी छसबल, बीजापुर के सी-कम्पनी (कैम्प-पुलिस लाईन, जिला रायपुर) तीनों पुलिसकर्मियों ने टाटीबंध, रायपुर में अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूरों के आवागमन के दौरान उनसे सहानुभतिपूर्वक बातचीत कर बताया कि उन्हें भोजन कहां मिलेगा साथ ही प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थलों के लिए वाहनों में बैठाकर रवाना किया ।
श्री अवस्थी ने बताया कि योजना इंस्पेक्टर स्तर तक के अधिकारियों में कार्य के प्रति समर्पण एवं निष्ठा बनाये रखने के लिए तथा उनके मनोबल में वृद्धि के लिए शुरू की गई है। पुलिस कर्मियों द्वारा कई ऐसे कार्य किये जाते हैं जिनकी समाज में सराहना की जाती है और वे विभाग की छवि निखारने में भी सहायक होते हैं, उन्हें ‘‘रोल माॅडल आॅफ छत्तीसगढ़ पुलिस’’ के रूप में जाना जाएगा।
यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि उक्त योजना ‘इंद्रधनुष’ से भिन्न है। इंद्रधनुष योजना भी पूर्ववत जारी रहेगी, लेकिन इंद्रधनुष योजना से भी उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ही ‘‘रोल माॅडल आॅफ छत्तीसगढ़ पुलिस’’ से पुरूस्कृत किया जाएगा। डीजीपी ने सभी इकाई प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि जिन अधिकारी/कर्मचारियों को ‘‘रोल माॅडल आॅफ छत्तीसगढ़ पुलिस’’ के योग्य समझते हो, उनके उत्कृष्ट कार्यों से संबंधित विस्तृत जानकारी/सम्पूर्ण बायोडाटा अपनी अनुशंसा सहित ई-मेल – ps.dgp-cg@gov.in एवं फैक्स नं. 0771-2211201 में भेज सकते हैं।