भिलाई। आईजी दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग के नेतृत्व में गुरुवार को रेंज स्तरीय दोषमुक्ति प्रकरणों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कुल 320 से अधिक प्रकरणों की क्रमवार समीक्षा की गई, जिसमें दुर्ग के 181, बालोद के 102, एवं बेमेतरा के 44 प्रकरण शामिल थे। इस दौरान आईजी गर्ग ने आदतन अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई व इनकी जमानत निरस्त करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान महिला संबंधी अपराध, पॉक्सो एक्ट, हत्या एवं हत्या के प्रयास से संबंधित प्रकरण, एनडीपीएस एक्ट एवं चिटफंड प्रकरणों में दोषमुक्ति के कारणों की गहन समीक्षा की गई। पुलिस महानिरीक्षक द्वारा दोषसिद्धि की दर बढ़ाने, विवेचना की गुणवत्ता सुधारने तथा अभियोजन के साथ समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
आदतन अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई पर विशेष बल देते हुए आईजी गर्ग ने कहा कि ऐसे अपराधी, जो बार-बार अपराध कर समाज में भय का वातावरण बनाते हैं, उनके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जो आदतन अपराधी जमानत पर रिहा है और वे पुनः अपराध कर रहे हैं, उनके विरुद्ध पूर्ववर्ती अपराधों की जमानत निरस्त कराए जाने हेतु न्यायालय में त्वरित पहल की जाए। साथ ही, ऐसे अपराधियों की निगरानी को और सशक्त बनाते हुए स्थानीय पुलिस को नियमित रूप से रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में संयुक्त संचालक अभियोजन दुर्ग एसएस ध्रुव, उप संचालक दुर्ग भीम सिंह राजपूत, उप संचालक बालोद अनुरेखा सिंह, उप संचालक बेमेतरा अर्पणा अग्रवाल, अति. पुलिस अधीक्षक बेमेतरा ज्योति सिंह, अति. पुलिस अधीक्षक बालोद मोनिका ठाकुर, उप पुलिस अधीक्षक बैजन्ती माला तिग्गा, डीएसपी दुर्ग भारती मरकाम, उप निरीक्षक राजकुमार प्रधान,सहायक उप निरीक्षक हेमंत त्रिपाठी, डाटा एंट्री ऑपरेटर तेजस्वी गौतम एवं पुलिस पीआरओ प्रशांत कुमार शुक्ला उपस्थित रहे।




