रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 1 करोड़ के इनामी मोडेम बालकृष्ण समेत 10 नक्सली मारे गए। वहीं नारायणपुर जिले में 16 नक्सयलियों ने सरेंडर कर दिया। सुरक्षाबलों की इस सफलता पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खुशी जताई। मुख्यमंत्री साय ने गरियाबंद एवं नारायणपुर जिलों में नक्सल मोर्चे पर मिली बड़ी सफलता पर सीआरपीएफ की कोबरा कमांडो, छत्तीसगढ़ पुलिस और डीआरजी के जवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलमुक्त भारत की परिकल्पना साकार होगी।
बता दें कि गुरुवार को गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाके मटाल में सुरक्षाबलों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि मैनपुर थाना क्षेत्र के जंगल में सुरक्षाकर्मी नक्सल विरोधी अभियान पर थे, तभी उनका सामना नक्सलियों से हो गया और दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। एसटीएफ, कोबरा (सीआरपीएफ की कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन) और राज्य पुलिस के जवान इस अभियान में शामिल थे। मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गए हैं जिनमें 1 करोड़ के इनामी और केंद्रीय समिति सदस्य मोडेम बालकृष्णा उर्फ मनोज भी शामिल है। शुक्रवार को सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा और सभी शवों को मुख्यालय लाया जाएगा।
नारायणपुर जिले में 16 नक्सलियों ने किया सरेंडर
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 16 नक्सलियों ने बुधवार शाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया। नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया ने बताया कि नक्सलियों ने खोखली माओवादी विचारधारा, निर्दोष आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों और प्रतिबंधित संगठन में बढ़ते आंतरिक मतभेदों को लेकर निराशा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी 16 नक्सली निचले स्तर के कैडर हैं, जो जनताना सरकार, चेतना नाट्य मंडली और माओवादी पंचायत मिलिशिया की विभिन्न इकाइयों से जुड़े थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये लोग सशस्त्र माओवादी समूहों को राशन, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान बिना किसी भुगतान के पहुंचाने में सक्रिय रूप से संलिप्त थे। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 50,000 रुपये की सहायता प्रदान की गई है। और उन्हें सरकार की पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधा दी जाएगी।

मुख्यमंत्री साय ने दी बधाई, कहा- 31 मार्च 2026 तक नक्सलमुक्त होगा भारत
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने गरियाबंद मुठभेड़ व नारायणपुर में नक्सलियों के सरेंडर पर कहा 31 मार्च 2026 तक भारत पूरी तरह से नक्सलमुक्त हो जाएगा। सीएम साय ने कहा कि गरियाबंद जिले में हुई मुठभेड़ में अब तक 10 नक्सली ढेर किए गए हैं। इनमें 1 करोड़ के इनामी और केंद्रीय समिति सदस्य मोडेम बालकृष्णा उर्फ मनोज भी शामिल है। यह नक्सल उन्मूलन अभियान में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इसी क्रम में नारायणपुर जिले में भी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण की राह चुनी है।
जनताना सरकार सदस्य, पंचायत मिलिशिया डिप्टी कमांडर, पंचायत सरकार सदस्य और न्याय शाखा अध्यक्ष सहित कुल 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह घटनाएं इस बात का स्पष्ट प्रमाण हैं कि नक्सलियों की झूठी विचारधारा अब दम तोड़ रही है। छत्तीसगढ़ में विश्वास, विकास और शांति की नई सुबह का उदय हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में हमारा विश्वास है कि मार्च 2026 तक ‘नक्सलमुक्त भारत’ का संकल्प साकार होगा।