पुलिस को गुमराह करने लाश को नग्न किया, डीएनए जाचं के बाद पकड़ाया आरोपी
सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में नाबालिग लड़की की नग्न अवस्था में मिली लाश का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में पुलिस ने गांव के ही 60 वर्षीय चौकीदार को गिरफ्तार किया है। चौकीदार ने टांगी मारकर उसकी हत्या की और पुलिस को गुमराह करने के लिए लाश को नग्न कर वहीं छोड़कर भाग गया। डीएनए जांच के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। मामला जिले के रामानुजनगर थाना क्षेत्र का है।

बता दें रामानुजनगर थाना अंतर्गत बांसबाड़ी गांव में 14 साल की नाबालिग महुआ बिनने घर से जंगल के लिए निकली और वापस नहीं लौटी। घरवालों ने नाबालिग की तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। दूसरे दिन 26 अप्रैल 2025 को जंगल में नाबालिग का अर्धनग्न शव मिला। गांववालों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। अज्ञात आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 के तहत मामला दर्ज किया गया था। एफएसएल और डॉग स्क्वॉड की मदद से पुलिस ने आरोपी तक पहुंचने का प्रयास किया।

जांच के दौरान पुलिस ने गांववालों व परिजनों का बयान लिया। इस दौरान पुलिस को गांव के एक चौकीदार शिवाराम (60) पर शक हुआ। पुलिस ने उसकी टी-शर्ट और टांगी पर मिले खून के नमूने लिए और डीएनए जांच कराया। डीएनए जांच में चौकीदार के शर्ट व टांगी पर खूल नाबालिग से मैच हो गए। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में शिवाराम ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

गलत नीयत से छू लिया, बदनामी के डर से हत्या
पुलिस की पूछताछ में आरोपी चौकीदार ने बताया कि 25 अप्रैल की सुबह उसने नाबालिग को साइकिल से जाते देखा। उसे रोक लिया और गलत नीयत से उसे छूने लगा। यह देख नाबालिग विरोध किया और गांव में सभी को बता देने की धमकी दी। चौकीदार डर गया और बदनामी के डर पास रखी टांगी मारकर उसकी हत्या कर दी। नाबालिग के शव को कुछ दूरी पर फेंका और ध्यान भटकाने के लिए उसे नग्न कर दिया। नाबालिग की साइकिल को साल्ही बांध में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।