हजारों जवानों ने नक्सलियों को घेरा, सुबह से जारी है सुरक्षाबलों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़
बीजापुर। छत्तीसगढ़ और तेलंगाना राज्य की सीमा पर कर्रेगुट्टा के जंगल में गुरुवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। तेलंगाना, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ इन तीनों राज्यों के हजारों की संख्या में जवान ऑपरेशन पर हैं। बताया जा रहा है कि कर्रेगुट्टा, नडपल्ली, पुजारी कांकेर की पहाड़ी पर हिड़मा, दामोदर, देवा समेत कई बड़े नक्सल लीडर और उनकी बटालियन को जवानों ने घेर लिया है। इस मुठभेड़ में अब तक 3 से 5 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।
मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों ने तीन दिन पहले सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियानों में से एक शुरू किया था। छत्तीसगढ़ के अलावा तेलंगाना व महाराष्ट्र से भी फोर्स को भेजा गया। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि कर्रेगुट्टा, नडपल्ली, पुजारी कांकेर की पहाड़ी पर नक्सलियों के बड़े लीडर्स के साथ 300 से ज्यादा नक्सली मौजूद हैं। तीन दिनों फोर्स अंदर है और रसद का सामान हेलीकॉप्टर के जरिए फोर्स तक पहुंचाया जा रहा है। ऑपरेशन में डीआरजी बस्तर फाइटर कोबरा सीआरपीएफ, एसटीएफ और तेलंगाना की ग्रेहाउंड फोर्स के जवान शामिल हैं। गृहमंत्री विजय शर्मा ऑपरेशन का पल-पल का अपडेट ले रहे हैं। एडीजी विवेकानंद सिन्हा सीआरपीएफ आईजी राकेश अग्रवाल व बस्तर आईजी पी. सुंदरराज मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह ऑपरेशन अभी और लंबा चल सकता है। ताजा स्थिति में तीन से पांच नक्सलियों के मारे की जाने की सूचना है।

नक्सल ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आईईडी बरामद
छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर बीजापुर के कर्रेगुट्टा में जारी ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को अब तक 100 से अधिक आईईडी मिलने की बात सामने आई है। पिछले दिनों नक्सलियों ने पर्चा जारी कर पहाड़ियों में भारी संख्या में आईईडी लगाए जाने की बात कही थी। इसे देखते हुए सुरक्षा बल बेहद सतर्कता से आगे बढ़ रहे हैं। सुरक्षाबलों द्वारा इलाके में बारूदी सुरंगों को हटाने का काम किया जा रहा है। सुरक्षा बलों द्वारा ड्रोन और सैटेलाइट के जरिए इलाके पर निगरानी की जा रही है। तेलंगाना और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों से हजारों की संख्या में जवानों को ऑपरेशन में तैनात किया गया है। सुरक्षा बलों का लक्ष्य माओवादी नेटवर्क को कमजोर करना और इलाके में शांति बहाल करना है।

31 मार्च 2026 तक खात्मे का ऐलान
बता दें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बार बार देाहरा रहे हैं कि 31 मार्च 2026 तक पूरे देश भर से नक्सलियों का खात्मा कर दिया जाएगा। इसी के तहत अब फोर्स को फ्री हैंड दिया गया है। अमित शाह ने स्पष्ट कहा है कि नक्यलियों के पास अब भी सरेंडर करने का मौका है। यदि समय रहते सरेंडर करते हैं तो उन्हें भी सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ मिलेगा, अन्यथा नक्सलियों को या तो गिरफ्तार किया जाएगा या फिर ढेर कर दिया जाएगा। अमित शाह के ऐलान के बाद छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र में फोर्स एक्शन मोड पर है। जारी ऑपरेशन में यदि जवान सफल होते हैं तो नक्सलियों को भारी नुकसान हो सकता है।