सेल-बीएसपी की ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा को लेकर मिला राष्ट्रीय सम्मान
भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र को हेल्थकेयर प्रमोशन कैटेगरी में उल्लेखनीय योगदान के लिए 11वां ग्रीनटेक सीएसआर इंडिया पुरस्कार 2025 प्रदान किया गया है। यह सम्मान संयंत्र द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता सुनिश्चित करने तथा स्वास्थ्य संवर्धन मानकों को बेहतर बनाने हेतु किए गए प्रयासों के लिए प्रदान किया गया है। यह पुरस्कार 14 जून को नई दिल्ली में आयोजित ग्रीनटेक फाउंडेशन के दो दिवसीय सीएसआर सम्मेलन के दौरान प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि ग्रीनटेक सीएसआर इंडिया पुरस्कार देश के उन संगठनों को प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है, जो पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान कर रहे हैं। इस पुरस्कार के माध्यम से संगठनात्मक सतत विकास और सामाजिक दायित्व के आदर्शों को प्रोत्साहन देने का कार्य किया जाता है। सम्मेलन में कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार, महाप्रबंधक (सीएसआर) शिवराजन तथा वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामडे ने भिलाई इस्पात संयंत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए यह पुरस्कार ग्रहण किया।

इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार ने संयंत्र की सीएसआर गतिविधियों की विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बीएसपी समूह को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह पुरस्कार संयंत्र की निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता का प्रतीक है तथा स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में हमारी उत्कृष्टता के प्रयासों को एक विशिष्ट पहचान प्रदान करता है। सम्मेलन में विविध तकनीकी सत्रों एवं पैनल चर्चाओं का आयोजन किया गया, जिनमें सीएसआर में नेतृत्व की भूमिका, सीएसआर नवाचार और प्रभाव का भविष्य, सीएसआर चुनौतियाँ और आगे का रास्ता और अभिनव सीएसआर रणनीतियां जैसे विषय शामिल थे।

सम्मेलन के प्रमुख वक्ताओं में पूर्व मुख्य सचिव (चंडीगढ़) एवं ग्रीनटेक फाउंडेशन के मुख्य सलाहकार धरम पाल, विओ चिदंबरनार पोर्ट अथॉरिटी के उपाध्यक्ष राजेश सुन्दरराजन (आईएएस), बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी के डॉ. केके उपाध्याय, ऑटोमोटिव स्किल्स डेवेलपमेंट काउंसिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरिंदम लाहिरी, प्राइम मेरिडियन कंसल्टिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सस्टेनेबिलिटी अधिकारी पवन बख्शी तथा विशेषज्ञ कर्नल प्रदीप मिश्रा प्रमुख रूप से शामिल रहे।