भिलाई। टाउनशिप में रहने वाले बीएसपी के रिटायर्ड कर्मचारी से 51 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। अज्ञात कॉलर ने लैप्स हो चुकी बीमा पॉलिसी के डेढ़ करोड़ रुपए दिलाने का झांसा दिया और इसके लिए जीएसटी पे करने कहा। रिटायर्ड कर्मी डेढ़ करोड़ रुपए पाने के झांसे में आ गया और कॉलर के बताए अलग अलग खातों में अलग अलग तिथियों पर 51लाख 20 हजार 953 रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद भी बीमा की रकम नहीं मिली। मामले की शिकायत मिलने के बाद भिलाई नगर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4) के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की है।

मिली जानकारी के अनुसार इस संबंध सडक 01 क्वाटर नं. 04 डी सेक्टर 07 निवासी बीएसपी के रिटायर्ड कर्मचारी विनोद सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि सन 2014 में अलग अलग कंपनियों की बीमा पॉलिसी लिया था। लेकिन नियमित प्रीमियम नहीं पटाने के कारण उक्त पालिसी लेप्स हो गयी थी। मार्च 2024 में इनके मोबाइल पर अज्ञात शख्स का कॉल आया और उसने कहा कि मैं ठाकुर अरविंद सिंग बोल रहा हूं | आपकी लेप्स हुई बीमा पॉलिसी का डाटा मुझे मिला है। इससे आपको लगभग डेढ करोड रुपए वापस मिलेगा लेकिन उसके लिये आपको 18 प्रतिशत जीएसटी पटानी पड़ेगी।

रिटायर्ड बीएसपी कर्मी उसके झांसे में आ गया उक्त व्यक्ति के बताये अनुसार कोर लाईफ रियलर्टस नामक कम्पनी के उज्जीवन बैंक गाजियाबाद बैंक के खाते में 2 लाख 70,000 रुपए आरटीजीएस. के माध्यम से यूको बैंक से ट्रांसफर किया | इसके बाद अपने आप को बीमा कंपनी का अधिकारी बताकर अलग अलग मोबाइल नंबरों के धारको के द्वारा लगातार फोन कर कभी जीएसटी तो कभी ट्रांजेक्शन चार्ज तो कभी एकाउंट की लिमिट बढाने का चार्ज लगेगा कहकर रुपए लेते गए। इस प्रकार मुझे मेरे लैप्स हुये बीमा पालिसी की रकम वापस दिलाने का झांसा देकर मुझसे अलग अलग किश्तो मे कुल 51 लाख 20 हजार 953 अलग अलग खातो मे जमा करवाए। इसके बाद अज्ञात कॉलर द्वारा मुझे फोन कर के फरवरी माह तक आपका सारा पैसा हमारे पास कोर लाईफ रियल्टर कंपनी मे सुरक्षित है। हम आपका सारा पैसा ब्याज सहित वापस करा देंगे । लेकिन रुपए वापस नहीं हुए।
