भिलाई। एक 55 वर्षीय व्यक्ति बन्दर के हमले में घायल हो गए. वे टहलने के लिए बाहर आए तो पेड़ से कूदकर एक बन्दर उनके कंधे पर आ बैठा। उन्होंने हड़बड़ाकर उसे झटका तो जाते जाते बन्दर उसे घायल कर गया। वह नीचे गिर पड़े। जब उन्हें हाइटेक लाया गया तो उनकी हालत बहुत खराब थी। उनका बीपी 70/30 चल रहा था।
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डॉ अपूर्व वर्मा ने बताया कि मूलतः महाराष्ट्र निवासी यह व्यक्ति अपने बेटी-दामाद के यहां बालोद आया हुआ था। वो हाल ही में नाना बने हैं। शाम को वह घर से बाहर निकले कि तभी एक बन्दर पेड़ से कूदकर उनके कंधे पर आ गया। उन्होंने हड़बड़ाकर बन्दर को हटाने की कोशिश की तो बन्दर ने उन्हें घायल कर दिया। वो जमीन पर गिर गए।
पास खड़ी महिलाओं की चीख पुकार सुनकर घर वाले बाहर आए और उन्हें तुरन्त पास के दवाखाने ले गए। वहां मरहम पट्टी कर उन्हें एंटी रेबीज का इंजेक्शन दिया गया। इसके बाद उसे लेकर घरवाले भिलाई के लिए रवाना हुए। पर गुण्डरदेही पहुंचते तक खून से उनकी कमीज लाल हो गई। गुण्डरदेही के दवाखाने में उसे टांके लगाए गए तथा जल्द से जल्द हायर सेन्टर रिफर कर दिया गया।
देर शाम मरीज हाइटेक पहुंचा। तब उनकी नब्ज बहुत धीमी चल रही। बीपी 70/30 हो गया था। मरीज शॉक की स्थिति में था। प्रारंभिक जांच के बाद मरीज को ओटी में लिया गया। टांके खोलने पर पता चला कि रक्त पहुंचाने वाली दो नसों के साथ ही लार ग्रंथि भी कट गई थी। इसके कारण भीतर ही भीतर रक्त बह रहा था। हमले में गाल का 10-11 सेंटीमीटर हिस्सा कटकर लटक गया था। उसे भी ठीक प्रकार से बंद किया गया। कुछ ही घंटों में मरीज का बीपी ठीक हो गया। आज मरीज हंसने बोलने लगा है। एक दो दिन उसे छुट्टी दे दी जाएगी।