रायपुर। छत्तीसगढ़ को एचआईवी मुक्त करने की परिकल्पना को साकार करने लगातार जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सरकार द्वारा इसके लिए विशेष रूप से दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसी कड़ी में उच्च जोखिम समूह के लोग तथा महिला यौन कर्मी, ट्रांसजेंडर, एमएसएम, आईडीयू, सेक्स वर्कर के ग्राहक की प्रोफाइल तथा वर्तमान में किस स्थान या लोकेशन पर कितनी जनसंख्या है इसका आंकलन करने भारत सरकार नाको के दिशा निर्देश पर राजधानी में 3 दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम रखा गया।
उद्घाटन कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्तिथ संयुक्त संचालक वित्त स्वास्थ्य विभाग व पीएचई पूजा शुक्ला ने कहा कि जिस प्रकार का कार्य आप लोग कर रहे है वह सराहनीय है अतः राज्य एवं नाको के निर्देशानुसार कार्य करे और समय सीमा में पूरी ऊर्जा से कार्य करे जिससे टारगेट की पूर्ति की जा सके और प्रदेश को एचआईवी मुक्त परिकल्पना को साकार कर राज्य के स्वास्थ्य विभाग के सपने को पूर्ण करें।
इस कार्यक्रम में भुवनेश्वर एम्स से डॉ दास, उपसंचालक हाशिम खान, सहायक संचालक हितेश माहेश्वरी, छितिज दीवान तथा केशव पाण्डेय के साथ साथ मास्टर ट्रेनर शांतनु निपाने, अंकुश पिल्लाई, भाग्यश्री वर्मा उपस्तिथ रहे। इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में 8 टीआई और 3 लिंक वर्कर योजना के स्टाफ के साथ साथ महिला यौन कर्मी पीयर एडुक्टर और समुदाय के सदस्यों ने अपनी पूर्ण सहभागिता दिखाई।