टाटीबंध से शुरू हुआ काम, कोसानाला में सर्विस लेन के लिए पुल का काम भी शुरू
भिलाई। दुर्ग जिले के भिलाई शहर को रायपुर से जोड़ने वाली एनएच 53 की हालत से तो सभी वाकिफ हैं। बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए समय समय पर निर्माण कार्य हुए हैं। नेहरू नगर से टाटीबंद तक एनएच 53 पर चार फ्लाईओवर बनाए गए ताकि यातायात का दबाव कम किया जा सके। वहीं बाकी सड़क कई हिस्सों से जर्जर हो गई। जगह जगह सड़क टूट गई और असमतल होने के कारण हादसों का खतरा बढ़ गया है। वर्षों के बाद अब एनएचएआई ने सड़क की सुध ली है। नेहरू नगर से टाटीबंध तक अब सड़क का नए सिरे से मीलिंग व डामरीकरण शुरू किया गया है। रायपुर के टाटीबंध से काम शुरू भी कर दिया गया है।
बता दें नेहरू नगर से टाटीबंध तक लगभग 27 किमी फोरलेन सड़क पर बनने के बाद से अब तक प्रापर मेंटेनेंस नहीं किया गया। जब भी कहीं शिकायत होती वहां व पेच वर्क कर दिया जाता। इससे ज्यादा कहीं भी काम नहीं हुआ। भिलाई शहर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव के कारण प्रमुख चौराहों पर चार फ्लाईओवर बनाए गए। फ्लाईओवर तो बन गए लेकिन फोरलेन पर सड़कों की मरम्मत नहीं की गई। भिलाई के नेहरू नगर से रायपुर के टाटीबंध तक सड़क पर जगह जगह गड्ढे हैं और सड़क कई जगहों पर असमतल व जर्जर भी हो गई। इसके मेंटेनेंस को लेकर बार बार मांग उठती रही। अब जाकर कहीं इसकी शुरुआत की कई है।
कोसानाला पर बन रहा पुल, चौड़ी होगी सड़क
एनएच पर ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए सुपेला थाना के पास कोसानाला पर सर्विस लेन को चौड़ा किया जा रहा है। यहां पर अतिरिक्त पुल का निर्माण किया जा रहा है जिससे की सड़क को चौड़ा किया जा सके। कोसानाला पर पुल बनाने के लिए पाइलिंग का काम भी शुरू कर दिया गया। पुल बनने के बाद सड़क का चौड़ा किया जाएगा। यही नहीं कोसानाला टोल प्लाजा के स्ट्रक्चर को तोड़ने के बाद यहां सड़क को भी सीधा किया जाएगा। इसका काम भी सड़क डामरीकरण के साथ ही किया जाएगा। पूर्व में टोल प्लाजा होने के कारण यहां की सड़क को कर्व डिजाइन में बनाया गया था। अब सड़क के इस हिस्से को सीधा कर व्यवस्थित सड़क का रूप दिया जाएगा।
45 करोड़ रुपए स्वीकृत
एनएच 53 पर सड़क की मीलिंग व डामरीकरण के लिए 45 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है। नेशनल हाइवे अथारिटी ऑफ इंडिया द्वारा टाटीबंध से मीलिंग का काम शुरू कर दिया गया है। सड़क को आवश्यकता के अनुसार 10 से 20 एमएम तक खोदकर समतल किया जा रहा है। इसके बाद डामरीकरण होगा। पहले टाटीबंध से कुम्हारी टोल प्लाजा तक काम पूरा होगा। इसके बाद कुम्हारी से चरोदा तक का काम शुरू किया जाएगा। चरोदा तक पूरा होने के बाद भिलाई तीन, भिलाई पावर हाउस व नेहरू नगर तक का काम होगा। लगभग 9 माह में इस काम को पूरा करने का लक्ष्य है। 9 माह के बाद नेहरू नगर से टाटीबंध तक सड़क अलग ही रूप में दिखाई देगी।
कुम्हारी टोल प्लाजा को भी हटाने का है प्लान
एनएच पर बने कुम्हारी टोल प्लाजा को भी हटाने की योजना है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इसे कब तक हटाया जाएगा। समाज सेवी संगठनों व छत्तीसगढ़ में ट्रांसपोर्ट से जुड़े व्यवसायियों द्वारा इसे कुम्हारी टोलप्लाजा को हटाने की मांग की जा रही है। ट्रांसपोर्ट से जुड़े व्यवसायियों का कहना है कि मियाद खत्म होने के बाद भी टोल वसूली जारी है। जिस प्रकार कोसानाला से टोल वसूली बंद की गई है उसी प्रकार कुम्हारी में भी टोल वसूली बंद होनी चाहिए। बहरहाल कुम्हारी टोल प्लाजा बंद होने के बाद इसके स्ट्रक्चर को भी गिराया जाएगा और यहां पर भी सड़क का समतलीकरण कर सड़क को व्यवस्थित किया जाएगा।
टाटीबंद से शुरू कर दिया गया है काम
नेशलन हाइवे नंबर 53 पर नेहरू नगर से टाटीबंध तक मीलिंग व डामरीकरण का काम होगा। टाटीबंद से मीलिंग का काम शुरू कर दिया गया है। 45 करोड़ रुपए की लागत से पूरी सड़क का डामरीकरण किया जाएगा। वहीं कोसानाला सुपेला के पास पुल बनाकर सर्विस लेन बनाया जाएगा और यहां सड़क चौड़ा किया जाएगा। यह पूरा काम 8 से 9 माह में पूरा कर लिया जाएगा।
– जयंत वर्मा, सब इंजीनियर
पीडब्ल्यूडी एनएचएआई