दुर्ग। देश के कई राज्यों में पिछले कुछ महीनों से कई ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिशों के मामले सामने आए हैं। बुधवार को एक ऐसी ही कोशिश का मामला छत्तीसगढ़ के दल्लीराजहरा से सामने आया है। यहां दल्लीराजहरा से आयरन भरकर भिलाई की तरफ जा रही मालगाड़ी पर ग्राम कुसुमकसा के पास अज्ञात लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव में लोको पायलट थानेश्वर सिंह देशमुख को सिर पर चोट आई है। इसके बाद उन्होंने ट्रेन को बालोद स्टेशन पर रोक दिया। घायल लोको पायलट को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। इस घटना के बाद आरपीएफ की टीम कार्यवाही में जुट गई है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में यूपी के कानपुर जिले में कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने के लिए ट्रैक पर रसोई गैस सिलेंडर और पेट्रोल से भरी बोतल रखी गई थी। जिसमें ऐसा लगा कि ट्रेन को पटरी से उतारने के साथ ही उसमें आग लगाने की भी साजिश थी। लेकिन गनीमत रही कि ट्रेन सिलेंडर से टकराने के बाद सिलेंडर फटा नहीं और कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
पटरी पर रख दिया था लोहे का खंभा
अभी इस घटना की जांच चल ही रही थी कि उत्तराखंड में बिलासपुर रोड और रुद्रपुर सिटी के बीच 18 सितंबर की देर रात को रेलवे ट्रैक के ऊपर ट्रेन को पलटाने की साजिश रचते हुए करीब छह मीटर लंबा लोहे का खंभा ही रख दिया गया। इस तरह की घटनाओं के पीछे साजिश नजर आती है। हालांकि अब ट्रेन को डिरेल करने की साजिशों की जांच का जिम्मा एनआईए को सौंप दिया गया है।