रायपुर। छत्तीसगढ़ के एक गांव में एक के बाद एक 8 लोगों की मौतों से ग्रामीण दहशतजदा हैं। ये ग्रामीण मौतों के पीछे दैवीय प्रकोप की आशंका भी जाहिर कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने भी इन मौतों को स्वीकार किया है। मृत लोगों के परिजनों से लेकर प्रशासन तक को अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर लगातार मौतों के पीछे की वजह क्या है। जिले का चिकित्सा अमला मौतों की वजह की पड़ताल कर रहा है।
मामला मोहला-मानपुर जिले के अंबागढ़ चौकी विकासखंड अंतर्गत ग्राम निचेकोहड़ा का है। यहां एक माह के भीतर एक के बाद एक 8 लोगों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मौतें कैसे हो रही है, इसका क्या कारण है, यह फिलहाल रहस्य बना हुआ है। ऐसे में ग्रामीण स्वास्थ्यगत कारणों के साथ दैवीय प्रकोप की आशंका भी जाहिर कर रहे हैं। दूसरी ओर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंडावी ने ग्रामीणों की मौतों की पुष्टि करते हुए कहा है कि क्षेत्रीय बीएमओ को गांव भेजकर जानकारी ली गई है। कुछ मृतकों ने मौत से पहले स्थानीय डॉक्टर से इलाज करवाया था।
परिजन भी मौत की वजह से अनजान
मौतों की असल वजह से ग्रामीण खुद अंजान हैं। वहीं आशंका इस बात पर भी जताई जा रही है कि इन मौतों के पीछे कहीं कोई दैवीय प्रकोप तो नहीं? ऐसे में ग्रामीण स्वास्थ्यगत कारणों के साथ दैवीय प्रकोप की भी पड़ताल कर रहे हैं। दूसरी और जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंडावी ने मौतों की पुष्टि करते हुए कहा है कि क्षेत्रीय बीएमओ को गांव भेजकर जानकारी ली गई है। कुछ मृतकों ने मौत से पहले स्थानीय डॉक्टर से इलाज करवाया था।
एक से लक्षण आए सामने
ग्रामीणों की मानें तो नाक से खून निकलने, खून की उल्टी, हरारत सहित कई अन्य परेशानियों की चपेट में आने के बाद महज एक रात के अंतराल में विभिन्न अस्पतालों में इलाज के दौरान लोगों की मौत हुई हैं। गांव के सरपंच, मृत कॉलेज छात्रा के पिता समेत स्थानीय ग्रामीण ने गांव में आयोजित बैठक के दरमियान मौत की इस पहेली पर जानकारी साझा की।
बता दें कि जिले के कलेक्टर एस. जयवर्धन ने भी इन मौतों को गंभीरता से लिया है। मंगलवार की रात कलेक्टर, एसपी समेत आला अफसरों ने निचेकोहडा गांव पहुंचकर हालात का जायजा लिया।