दंतेवाड़ा। दन्तेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान से प्रभावित होकर माओवादी दम्पति सहित 20 लाख के 04 ईनामी माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया।आत्मसमर्पित माओवादी दम्पति रीजनल कंपनी नम्बर 02 के सदस्य पद पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 8-8 लाख रुपए, उत्तर सब जोनल ब्यूरो में सक्रिय राजनीतिक टीम सदस्या पर 3 लाख रुपए एवं जगरगुण्डा एरिया कमेटी में सक्रिय पूवर्ती आरपीसी केएएमएस (क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन) अध्यक्ष पर 1 लाख रुपए का ईनाम घोषित है।
नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान तथा छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘पुनर्वास नीति के तहत जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद कर शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गांव-गांव तक किया जा रहा है। इसके प्रभाव में लगातार शीर्ष माओवादियों सहित भटके हुए माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण किया जा रहा है। नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा, माओवादी संगठनों के भीतर आंतरिक मतभेद और जंगलों में रहने की कठिनाइयों से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प कर रहे हैं।
इसी कड़ी में रीजनल कंपनी नम्बर 02 का सदस्य हुंगा तामो उर्फ तामोसुर्या निवासी विक्रमपल्ली उईकापारा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा (8 लाख ईनामी), रीजनल कंपनी नम्बर 02 की सदस्या श्रीमती आयती ताती पति हुंगा तामो निवासी सावनार गायतापारा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा (8 लाख ईनामी), उत्तर सब जोनल ब्यूरो सदस्या राजनीतिक टीम सदस्य देवे उर्फ विज्जे वंजाम निवासी मैलूर (मैसालूर) बड़ेपारा थाना भेज्जी जिला सुकमा (3 लाख ईनामी) एवं आरपीसी केएएमएस (क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन) अध्यक्ष माड़वी आयते निवासी चिन्नाबोड़केल थाना चिंतलनार जिला सुकमा (1 लाख इनामी) ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुये लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान के तहत रविवार को आत्मसमर्पण कर दिया। इन सभी नक्सलियों ने पुलिस उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा रामकुमार बर्मन के समक्ष पुलिस अधीक्षक कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किया। उक्त माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में डीआरजी एवं बस्तर फाईटर्स दन्तेवाड़ा का विशेष योगदान रहा।
आत्मसमर्पित माओवादियों को पुनर्वास नीति के तहत् 25-25 हजार रुपए की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधायें मुहैया कराई जाएगी। समाज में पुनर्वासित करने के लिये प्रोत्साहन-आधारित दृष्टिकोण अपनाते हुए व्यावसायिक प्रशिक्षण और आवास की सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 197 ईनामी सहित कुल 872 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं। आत्मसमर्पित रीजनल कंपनी नम्बर 02 का सदस्य वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ तेलंगाना बॉर्डर पर ग्राम तालपुर एवं थाना पामेड अंतर्गत ग्राम जारापल्ली के जंगल में पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने जैसी घटनाओ में शामिल था। वहीं आत्मसमर्पित राजनीतिक टीम सदस्या नक्सल संगठन में नए कैडर को विभिन्न नक्सल विषयों पर शिक्षा देने का काम करती थी।